नई दिल्ली : यूक्रेन से निकले भारतीय विद्यार्थियों के लिए रोमानिया के मोरारा वलासई सिटी के मेयर एंड्री फिलिप देवदूत बनकर सामने आए हैं। वे दिनरात भारतीय की मदद के लिए जुटे हैं, जैसे-जैसे विद्यार्थी रोमानिया बॉर्डर पहुंचते जा रहे हैं, उनके लिए शेल्टर होम, सुरक्षा औैर खान-पान के लिए मेयर एंड्री नियमित मॉनिटिरंग कर रहे हैं। यही नहीं वे एक-एक बच्चे के साथ अभिभावक की तरह बर्ताव कर रहे हैं, सुबह-शाम खाने की पूछते हैं औैर घरवालों से बात करने के लिए अपना मोबाइल तक बच्चों काे देते हैं।
बच्चों की सुविधा में किसी तरह की काेई परेशानी नहीं हाे, इसके लिए स्थानीय प्रशासन के अफसरों से संपर्क जरूरत की हर चीज मुहैया करवा रहे हैं। एंड्री फिलिप ने कहा कि भारत की तरह उनके देश में भी अतिथि देव भव: है औैर युद्ध में फंसे लाेगाें काे बचाना ही असल मानवता है। भारतीय विद्यार्थियों के लिए सुविधा जुटाकर मैं खुद काे गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। यही नहीं मेडिकल के लिए डाॅक्टर की व्यवस्था है, ऑन काॅल डाॅक्टर उपलब्ध करवाया जा रहा है। शेल्टर हाेम में सर्दी से बचाव के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं हैं। बच्चाें का कहना है कि जिस तरह के हालाताें से गुजरे, साेचा नहीं था कि काेई देश इस तरह की व्यवस्थाएं करेगा। राेमानिया का तहदिल से शुक्रिया।
भारतीय छात्रों की हर तरह से करेंगे मदद
मेयर एंड्री फिलिप ने कहा कि – यूक्रेन का राेमानिया बाॅर्डर क्राॅस करते ही वे भारतीय अपनी टीम के साथ भारतीयाें के आवभगत के लिए तैयार हैं। जाे भी विद्यार्थी यहां पहुंच रहा है, उसे सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। यह कार्य युद्ध समाप्ति तक अनवरत जारी रहेगा, भारतीय विद्यार्थिंयाें काे राेमानिया में किसी तरह की काेई परेशानी नहीं आने देंगे। जब तक भारत से एयरलिफ्ट के लिए विमान राेमानिया नहीं पहुंचता, बच्चाें का जिम्मा हमारा हाेगा।