जयपुर। सच्चाई के रास्ते पर चलने वाले लोगों का जीवन सुंदर होता है । वे लोग हमेशा एक सकारात्मक ऊर्जा से भरे रहते हैं । जीवन में कठिनाइयां जरूर आती है लेकिन उनके लिए हर कठिनाई महज आगे बढऩे का रास्ता मात्र होती है । सच्चाई के साथ सफलता हासिल करना और उसे बरकरार रखना कोई कम बात नहीं है और उस परिस्थिति में विषमता ओर भी बढ़ जाती है जब कोई खाकी वर्दी पहन कर राजनीतिक दबाव झेलते हुए अपराधियों से मुकाबला करते हुए अपने फर्ज को अंजाम देता है । इस पर पूरी तरह खरे उतरते हैं झोटवाड़ा जयपुर पश्चिम के सहायक पुलिस आयुक्त हरिशंकर शर्मा । वे दबंग और सेवा के प्रति निष्ठावान तो है ही उससे कहीं अधिक सामाजिक सरोकारों को निभाने वाले तथा आम जन में आत्मीय व्यवहार रखने वाले भी हैं ।
समस्या समाधान पर प्राथमिकता
वर्दी से मान और प्रतिष्ठा तो मिलती है लेकिन जब तक अपराधियों में डर और आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास नहीं हो तो प्रतिष्ठा बेमानी है । इसी निष्ठा के साथ आप जनता की समस्याओं के प्रति काफी सक्रि य रहते हैं । पुलिस की खराब साख को सुधारना ही आपका प्रमुख उद्देश्य है । आपका मानना है कि किसी पीडि़त के सहायता करने पर आपको असीम आनंद की अनुभूति होती है । इस आनंद को बरकरार रखने के लिए जितनी मेहनत की जाए कम है । इस आनंद के सामने दुनिया का हर सम्मान फींका नजर आता है । पुलिस की साख को सुधारने के लिए सविधान से मिली ताकत को जनसेवा में लगाना बहुत जरुरी है ।
बचपन
हरिशंकर शर्मा का जन्म अलवर जिले की राजगढ़ तहसील के सकट गांव में हुआ ।
पिता जयनारायण शर्मा एक अध्यापक थे जो परिवार की आवश्यकताओं के लिए अध्यापन के साथ-साथ खेती-बाड़ी का काम भी करते थे । आपकी प्रारंभिक शिक्षा गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में हुई। बाद में भविष्य निर्धारण के लिए उच्च शिक्षा प्राप्त करने हेतु आप जयपुर में अपने चाचा के पास आ गए । आपने माहेश्वरी स्कूल से हायर सेकंडरी परीक्षा उत्तीर्ण करके महाराजा कॉलेज से बीएससी की डिग्री प्राप्त की तथा बाद में राजस्थान विश्वविद्यालय से ण्मए किया।
परिवार
बड़े भाई डॉक्टर भवानी शंकर शर्मा कामर्स कॉलेज में वॉइस प्रिंसिपल है । पत्नी अर्चना शर्मा ग्रहणी,पुत्री भाविका कॉलेज में प्रथम वर्ष की छात्रा है तथा मेडिकल में प्रवेश की तैयारी कर रही है। पुत्र अद्विक एसएमएस स्कूल का छात्र है ।
पुलिस सेवा
1996 में आप पुलिस उप निरीक्षक बने । आरपीएससी द्वारा आयोजित इस परीक्षा में आपने समूचे राजस्थान में 9वां स्थान प्राप्त कर परिवार और समाज का मान बढ़ाया ।
उप निरीक्षक रहते हुए आमेर , चाकसू , शिवदासपुरा ,सीआईडी तथा राजस्थान पुलिस अकादमी में सेवाएंं दी । 2007मेंआप पदोन्नत होकर पुलिस निरीक्षक बने तो जालुपुरा ,मालवीय नगर तथा जवाहर सर्किल थाना क्षेत्रों में तैनात रहे। 2018 में आपको पुन: पदोन्नति मिली तो राजस्थान पुलिस सेवा के अधिकारी बने । एक्साइज विभाग तथा एस ओ जी में सेवाएं देने के बाद आप वर्तमान में सहायक पुलिस आयुक्त झोटवाड़ा के पद पर कार्यरत हैं ।
विशेष
जालूपुरा थानाधिकारी रहते हुए आपने राज्य सरकार से बेस्ट थाने का अवार्ड प्राप्त किया । हाल ही में आप कई बड़े अपराधों का खुलासा कर सुर्खियां बटोर रहे हैं । निवारू रोड पर बैंक आफ बड़ौदा के मिनी कियोस्क लूट तथा मुरलीपुरा में ज्वेलरी शोरूम लूट का खुलासा करने में आपका अहम योगदान रहा है । आपकी सेवाओं देखते हुए राज्य सरकार ने आपको उत्तम सेवा तथा अति उत्तम सेवा मेडल देकर सम्मानित भी किया है ।
संदेश
बच्चों को पढ़ाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए ।
समाज का ध्यान आरक्षण को भूलकर एकमात्र टारगेट पढ़ाई पर ही होना चाहिए । सफलता अवश्य मिलेगी।किसी भी प्रकार की हीन भावना मन में नहीं लानी चाहिए ।
साथ ही मूल संस्कारों की पालना करनी चाहिए ताकि हमारी संस्कृति बची रहे ।