– खोला हैं जयपुर में निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा एनिमल हॉस्पिटल
– सुपरस्पेशलिटी सर्जरीं में पशुओंं के कई अन्य रोगों के ऑपरेशन
हमारे यहां तो शास्त्रों में गाय को कुटुंब के समान माना गया हैं और कहा गया हैं कि गायों से भले ही कोई लौकिक लाभ हो चाहे न हो, उनकी सेवा और रक्षा से परम पुण्य की प्राप्ति होती है। गाय बुढी, लुली-लंगड़ी, रोगिणी, दूध न देने वाली- चाहे किसी भी प्रकार की हो। उसकी उपेक्षा करना महापाप है। गाय की सेवा राष्ट्र का मंगल करने वाली कहलाती है। गायों की सेवा के ऐसे ही मंगल नेक काम में जुटे हैं पशु चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. गौरव शर्मा। वे इन दिनों पशु चिकित्सा सर्जरी के माध्यम से अंधी गायों के मोतियाबिंद ऑपरेशन कर आंखों की रोशनी प्रदान कर रहे हैं।
पशु चिकित्सा में सर्जरी और रेडियोलॉजी में M.V.sc डिग्री प्राप्त डॉ.गौरव शर्मा ने गायों की पुनीत सेवा का यह प्रकल्प जयपुर में प्रारंभ किया हैं। जयपुर से कोई 45 किलोमीटर दूर अजमेर रोड पर बिचून के पास भैराना गांव में 30 एकड़ भूमि पर निजी क्षेत्र में राजस्थान का पहला लार्ज एवं स्माल एनिमल सर्जरी का रुद्रशिवं वेटरनरी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल हैं। इस हॉस्पिटल का विधिवत शुभारंभ राज्य के कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया 6 अप्रैल को ही करके गए हैं। डॉ. गौरव ने अपने संकल्प को मूर्तरुप देते हुए 6 गायों के आंखों की रोशनी वापस भी ला दी। पहले आंखों से कम दिखाई देने के कारण ये गाये इधर-उधर टकरा जाती थी,लेकिन अब आसानी से विचरण कर सकेगी। गोमाता को ऐसे कष्टों से छुटकारा दिलवाने के लिए ही उन्होंने गायों के मोतियाबिंद के ऑपरेशन फ्री करने की ठानी थी। इस नेक कार्य के प्रेरणास्रोत बने निजी क्षेत्र में वेटननरी शिक्षण संस्थानों के संस्थापकों में से एक संजय शर्मा व राष्ट्र स्तर पर पुरस्कृत प्रगतिशील किसान सुरेंद्र अवाना।
यूं तो सरकारी स्तर पर पशुओं की सर्जरी होती रही है,पर बड़े स्तर पर निजी क्षेत्र में पशु चिकित्सा का इतना बड़ा संस्थान खोलना साहसिक कदम ही माना जाएगा। डॉ. गौरव को अपने सर्जरी के हुनर पर भरोसा है। उन्होंने गायों के मोतियाबिंद सहित कई सफल ऑपरेशन कर ये साबित कर दिया है कि वे हर तरह की चुनोतियों का सामना करने को तैयार हैं। डॉ. गौरव का सपना है कि पशु चिकित्सा सर्जरी आदि के क्षेत्र में वे नवीन तकनीक वाली खोज अपने नाम दर्ज करें। इसी बड़े सोच के साथ उन्होंने सरकारी नौकरी के स्थान पर स्वतंत्र इकाई के रूप में काम करने की ठानी हैं।
इस हॉस्पिटल में पशुओं की अन्य प्रकार की सर्जरी भी होगी, लेकिन गायों के मोतियाबिंद ऑपरेशन के अलावा अन्य सर्जरी स:शुल्क होगी, ताकि ऑपरेशन थियेटर सहित इतने बड़े परिसर में स्थापित हॉस्पिटल के इलाज व प्रबंधन का खर्चा निकल सके।
वे बताते हैं कि गायों को ही ले तो उनके मोतियाबिंद के अलावा भी चटकन, नुकीली कील, पॉलीथिन आदि को निकालने की सर्जरी, असामान्य प्रसव की स्थिति में बच्चेदानी का ऑपरेशन, सींगों को कैंसर आदि अनेक तरह के रोगों की सर्जरी पशुधन को बचाने के लिए जरूरी हैं। ऊंट, बकरी, भैंस व डॉग आदि के भी विभिन्न रोगों की सफल सर्जरी रुद्रशिवं वेटरनरी सुपर स्पेशलिस्ट हमारे हॉस्पिटल में उपलब्ध होगी।
क्या कारण है अंधता के गायों में-
कारण दो तरह के हो सकते है एक वे जो जन्मजात रहते हैं और दूसरा उपार्जित अंधता।
जन्मजात अंधता रेटिना की समस्या की वजह से होती है अथवा जन्म से रहने वाली गांठ जैसी रचना जो जन्म के समय से गाय की वृद्धि के साथ-साथ बढ़ती रहती है। इन्हें नेत्र डर्मोइड नाम से जाना जाता है। इसके अलावा उपार्जित अंधता के कई कारण हो सकते हैं। जिनमें प्रमुख कारण आंख में चोट लगने के कारण रेटिनल इंजरी होना व कार्निया व आस-पास के क्षेत्र में घाव होना, मैदान में चरते समय कांटे का लग जाना जो घाव से होते-होते बिना ईलाज के पूर्ण अंधता में बदल जाता है। गायों में अधिकतर उम्र बढऩे के साथ-साथ मोतियाबिंद की समस्या भी हो जाती है, जिससे वे अंधी हो जाती है।
पालतू कुतों में अंधता की भी सर्जरी
यू तो पालतू श्वानों(कुतों)में अधंता के रोग के जन्म से लेकर वृद्धावस्था तक बहुत कारण हो सकते है। परन्तु मुख्य कारण मेें डायबिटिज के कारण बढ़ी हुई शर्करा के स्तर से आंखों की रोशनी प्रभावित होती है। यह मोतियाबिंद का रूप ले लेती है। इसके अलावा ग्लूकोमा रोग जिसमें आंख के आन्तरिक दबाव बढ़ जाता है, जो osmolarity changes की वजह से होता है। इसके अलावा अन्य रोग जो अंधता श्वानों में पैदा करते हैं वे प्रोगे्रसिव रेटिनल एट्रोफी है, जिसमें रेटिना धीरे-धीरे छोटा पडऩे लग जाता है। इन रोगों का समय रहते उपचार मिल जाए तो उचित रहता है। अन्यथा ये पूर्ण अंधता आपके पालतू श्वान में पैदा कर सकते हैं। रुद्रशिवं वेटरनरी सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल (Rudrashivam Veterinary Superspecialty Hospital) में आपके pet dog के Gross examination से लेकर उसके रोगनिदान (disease diagnosis) और मेडिसिनल सर्जिकल मैनेजमेंट (medicinal surgical management) की भी पूर्ण व्यवस्था है। आधुनिक लैब और डायग्रॉजिस्टक टूल से बीमारी का निदान व उपचार पूर्णतया संभव है। इसके लिए आप 9588276385 पर सम्पर्क कर सकते हैं।