शहीदे-ए-आज़म भगतसिंह, सुखदेव, राजगुरू की पुण्यतिथि पर विशेष

इन्कलाब जिन्दाबाद के उद्घोषकों का अमृत महोत्सव

दिल से निकलेगी न कभी मरकर भी वतन की उलफत, मेरी मिट्टी से भी खुशबू-ए-वतन आएगी, शहीदे आज़म भगत सिंह की लिखी यह पंक्तियां उनके विचार को बाखूबी ब्यान करती है। इन लोगों ने स्वयं जागने, औरों को जगाने, जोश, ज़ज्बा, जुनून और जिद् करने की लौ समाज में जलाई। उनकी शहादत के 92 वर्ष…

Read More
इस वर्ष महाशिवरात्रि पर कई दशकों बाद गजकेसरी और पंचग्राही योग का अद्भुत संयोग

इस वर्ष महाशिवरात्रि पर कई दशकों बाद गजकेसरी और पंचग्राही योग का अद्भुत संयोग

महाशिवरात्रि पर इस वर्ष कई दशकों बाद गजकेसरी और पंचग्राही योग का अद्भुत संयोग है। इस विशेषसंयोग में भोलेनाथ का अभिषेक करने से विशेष फल मिलेगा। सबसे खास बात यह रहेगी कि कोरोना संक्रमणथमने से इस बार मंदिरों और शिवालयों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन-पूजन कर रहें है । इस विशेष पर्व कोलेकर विशेष…

Read More
Amrit festival of memory of anonymous revolutionaries गुमनाम क्रान्तिकारियों की स्मृति का अमृत महोत्सव

गुमनाम क्रान्तिकारियों की स्मृति का अमृत महोत्सव

कोई आरजू नहीं है, है आरजू तो यह है-रख दे कोई जरा-सी खाके वतन कफन में जो यह पंक्तियां अतीव आह्लादित होकर गाता था। जो आत्मबलिदानी अपने देश के लिये जीवन भर देश-विदेश की खाक छानता रहा, जो एक भी क्षण के लिये कभी अंग्रेजों की दासता सहन नहीं कर सका, अपने जीवन का पल-पल…

Read More
सान्याल बंधु

सान्याल बंधुओं के राष्ट्रवाद का अमृत महोत्सव

इतिहास साक्षी है चार साहिबज़ादों के बलिदान की कहानी का और इनकी शहादत पर इनके पिता दशम गुरु गोविन्द सिंह ने उफ्फ तक नहीं की और अनायास ही उनके मुख से निकला, ‘‘चार मुअे तो क्या हुआ, जीवित कई हज़ार। चापेकर बंधुओं की शहादत भी इतिहास में दर्ज है और उनके बलिदान पर जब भगिनी…

Read More
अमृत महोत्सव में कुष्ठ रोगों से जूझता देश

अमृत महोत्सव में कुष्ठ रोगों से जूझता देश

जनक की विद्वतजनों की सभा में जब उसे अष्टावक्र के अंगों को टेढ़ा देखकर सभी विद्वतजन ठहाका लगाकर हंसे थे तो अष्टावक्र ने कहा था, ‘‘मैं इसे विद्वतजनों की सभा समझकर आया था परन्तु मुझे तो यह चर्मकारों की सभा प्रतीत होती है।’’ कितना सार्थक है यह वाक्य यह समझाने के लिए कि व्यक्ति की…

Read More

विचार को संस्थान में परिवर्तित करने वाले डॉ. विक्रम साराभाई

सृजनशील वैज्ञानिक, सफल उद्योगपति, संस्था निर्माता, सर्वोच्च कोटि के प्रवर्तक, सामाजिक परिवर्तन के अग्रदूत, सकारात्मक प्रबन्ध प्रशिक्षक, संवेदनात्मक शिक्षाविद्, समर्पित कला पारखी और सच्ची राष्ट्रीयता के धनी भी कम शब्द है इस महान वैज्ञानिक के व्यक्तित्व को बयां करने के लिए। डॉ. साराभाई एक ऐसे स्वप्न दृष्टा थे जिन्होंने अपने स्वप्नों को मूर्तरूप दिया। नोबल…

Read More
schin e1630952097631

लू के थपेडें खा-खा कर सचिन पायलट में आया गजब का निखार,किसी पद पर न होते हुए भी बढ़ रहा हैं लोकप्रियता का ग्राफ

राजनीति के महारथी राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट अचूक निशानेबाज भी है जिनकी रायफल से निकली गोली सटीक निशाने पर लगती है। यह दीगर बात है कि कभी-कभी ख्यातिनाम शूटर से भी चूक हो जाती है। पायलट सरनेम उन्हें अपने पिता से विरासत से मिला पर उन्हें भी उड़ान…

Read More

जन्माष्टमी पर इस बार द्वापर युग में कृष्ण भगवान के जन्म समय जैसी ग्रह स्थिति बनेगी

नई दिल्ली। कृष्ण जन्माष्टमी पर इस बार द्वापर युग में कृष्ण भगवान के जन्म समय जैसी ग्रह स्थिति बनेगी। साथ ही 101 साल बाद जयंती योग भी बन रहा है। वर्षों बाद इस बार वैष्णव व गृहस्थ एक ही दिन कृष्ण जन्मोत्सव मनाएंगे। वैदिक शास्त्रों में कहा गया है कि जन्माष्टमी के अवसर पर छह…

Read More
अम्बर होग्यो आज किरोड़ी, कर-कर चोखा काम, रोज रचे इतिहास बाबो, कदे न मिटणों नाम तगड़ो खेल किरोड़ी को...

अमबर होग्यो आज किरोड़ी, कर-कर चोखा काम, रोज रचे इतिहास बाबो, कदे न मिटणों नाम… तगड़ो खेल किरोड़ी को

जी हां! इसे अमरत्व ही कहा जाएगा। जिस व्यक्तित्व के नाम पर गीत रचे जाते हो और जिन्हें महिला-पुरुष विभिन्न आयोजन-प्रयोजनों में गाते हो, इससे बड़ी उपलब्धि किसी व्यक्ति विशेष की क्या हो सकती हैं। यह शख्सियत हैँ भाजपा से राज्यसभा सदस्य डॉ.किरोड़ीलाल मीणा, जिन्होंंने संघर्षों का तो वर्ल्ड रिकॉर्ड ही रच डाला। अभी तक…

Read More

International Tiger Day 2021: जानिए क्या है बाघ दिवस 2021 की थीम

International Tiger Day 2021 : दुनियाभर में आज यानी 29 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जाता है। बाघ एक शाही और शिकार करने वाला जानवर है। बाघ पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य और विविधता को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। लेकिन दुर्भाग्य से, बाघ उन प्रजातियों में से एक हैं जो विलुप्त होने…

Read More
53bd1203 a38d 4a35 85b7 d4f26cf9c47b e1625966166337

विश्वास की “सागर से सागर” तक ऊंची छलांग

देश मे भूगर्भ में सबसे अधिक खजाना (मिनरल) कहीं छिपा है तो वह है राजस्थान। सोने-चांदी से लेकर गैस-पेट्रोल तक अनेक प्रकार के खनिज पदार्थ। राजस्थान की धरा के कण-कण में अमूल्य रत्न जिस तरह से समाएं है,वैसे ही यहां की प्रतिभाएं भी किसी से कम नहीं हैं।   वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की धरा…

Read More
सेवा, समर्पण और सादगी का पर्याय विप्र जननायक सुशील ओझा

सेवा, समर्पण और सादगी के पर्याय विप्र जननायक सुशील ओझा

महावीर प्रसाद शर्मा,मुम्बई विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कलम से  सुबह कोलकाता तो शाम को जयपुर और रात्रि में मुम्बई और उसके अगले दिन गुवाहाटी में प्रवास। रात को सोते समय और भोर में आंखे खोलते ही जिसके सामने समाज की तस्वीर रहती हो। मोबाइल की घंटियां तो मानो उनके यहां थमने का नाम…

Read More

एक युवा जिसने पेश की दानवीरता की नई नजीर

@ विशाल विमलेश शर्मा जयपुर: कोरोना के इस संक्रमणकाल ने डेढ़ साल की अवधि में जो जख्म झेलने को मिले जिनकी भरपाई सदियों तो शायद सदियों तक नहीं हो पाएगी,लेकिन त्रासदी के इस कालखंड में कई देवदूत बनकर ऐसे अवतरित हुए जिन्होंने सेवाभाव से देश-प्रदेश,समाज को एक बार फिर से उठ खड़ा कर दिया। कोरोनकाल…

Read More

विदर्भ के अष्टविनायक : सुखकर्ता ,दु:खहर्ता और सभी का रक्षणकर्ता 

@ सीए हर्षवर्धन कौशिक,मुंबई विदर्भ के अष्टविनायक विदर्भ महाराष्ट्र की एक लंबी प्राचीन परंपरा है। इस क्षेत्र में वाकाटक और कलचुरी जैसी मजबूत राजशाही प्रचलित थी। उनकी समृद्धि के अवशेष आज भी खुदाई से निकलते हैं। यहां तक कि विदर्भ में, जो सभी गुणों से समृद्ध क्षेत्र है, बड़ी संख्या में मंदिर और भगवान गणेश…

Read More

जन से जुड़ा एक आक्रामक नेता, जाके भय से सब दल कांपे

विमलेश शर्मा, जयपुर @ हनुमान की तरह हुंकार भरने वाला व्यक्ति जिसे ना कोई भय और ना ही परिणाम की चिंता। जिससे टकराने की ठानी तो ठान ही ली। चाहे उसके परिणाम कुछ भी निकले। चाहे वह व्यक्ति कितना ही शक्तिशाली व सामर्थ्यवान क्यों ना हो। राजनीति क्षेत्र में एक ऐसा ही व्यक्तित्व हैं हनुमान…

Read More