- आवश्यक सेवाओं के नाम पर कई अन्य प्रतिष्ठान भी खुले
- बाजारों में जबरदस्त ट्रेफिक
जयपुर। प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनजर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जहां राज्य में कफ्र्यू की सीमा को बढ़ाते हुए 3 मई तक कर दिया। इसे जनअनुशासन पखवाड़ा का नाम भी दिया गया है, लेकिन दर्जी, नाई, ज्वैलर्स आदि दुकानें शादियों के नाम पर खुली हुई है। वहीं शराब की दुकानों को आवश्यक सेवाओं में शामिल किया गया है। यह किस प्रकार का जनअनुशासन पखवाड़ा है। बाजार में अधिकांश दुकानें भले ही बंद हैं, पर भी पर नियंत्रण नहीं हो रहा है। बाहर निकले हर व्यक्ति के पास कोई न कोई बहाना जरूर है। क्या खुलेगा और क्या बंद रहेगा, इस बारे में गाइडलाइन की स्पष्टता के बावजूद असमंजस बना हुआ है और वाहनों की तो सड़कों पर कतार लगी हुई है। इसके चलते दुर्लभजी हॉस्पिटल में जाने वाली एक एम्बुलेंस भी काफी देर तक ट्रेफिक में फंसी रही। कई अन्य मार्गों पर भी सुबह-सुबह यही हालात नजर आए।
ई-मित्र आवश्यक फिर भी बंद
मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 30 अप्रेल तक पंजीयन होना है। लेकिन एकाएक लॉकडाउन कर दिए जाने से ई-मित्र के सभी सेंटर्स बंद पड़े हैं। ऐसे में लोगों की चिंता है कि 30 अप्रेल से पूर्व कैसे चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से जुड़ पाएंगे। हालांकि इस संबंध में उच्च स्तर पर इस प्रकरण को संज्ञान में दिलाया गया है। संभवत: समीक्षा बैठक में कोई न कोई फैसला होने की उम्मीद है।
यहां से कोरोना शहर में पहुंच रहा
सब्जीमंडी, अस्पताल, फैक्टियां ऐसी जगह हैं, जहां अभी भी काफी भीड़ जुट रही है। वहां कोरोना गाइड लाइन की पालना नहीं हो रही। कुछ लोग अनुशासन पखवाड़े में भी बाहर निकलकर लापरवाही बरत रहे हैं।
अनुशासन पखवाड़े में खुलेगी शराब की दुकानें
कोरोना काल में सरकार की हालत फिर से टाइट हुई तो सरकार को इस बार भी संजीवनी देने के लिए शराब की दुकानें दिखीं। इस बार भी भयकंर रूप ले चुकी दूसरी लहर के लिए सरकार ने 18 अप्रेल देर रात जन अनुशासन पखवाड़ा शुरू किया। इस नई गाइडलाइन में शराब की दुकानों को खोलने या बंद करने को लेकर स्पष्ट आदेश नहीं थे। सरकार ने निर्देश दिए हैं कि अनुशासन पखवाड़े में भी शराब की दुकानें खोली जाएंगी। राजधानी जयपुर में ही नहीं प्रदेश भर में शाम पांच बजे तक ये दुकानें खुल रह सकेंगी। उसके बाद नियमों की पालना करते हुए इनको बंद करना होगा। सरकार के इस फैसले के तुरंत बाद ही प्रदेश में शराब की दुकानें खुल भी गई और भीड़ भी लग गई। हालांकि गाइडलाइन की पालना कराने के लिए पुलिस और दुकान संचालकों को सख्त निर्देश दिए गए हैं।