माही जलक्रांति यात्रा सिरोही पहुँची, जिला कलेक्टर दफ्तर पर किया सांकेतिक प्रदर्शन

माही जलक्रांति यात्रा सिरोही पहुँची, जिला कलेक्टर दफ्तर पर किया सांकेतिक प्रदर्शन

सिरोही : माही बेसिन से सिंचाई व पेयजल के लिए जल उपलब्ध करवाने को लेकर चल रही माही जलक्रांति यात्रा आज सिरोही पहुंची और सिरोही के कलेक्टर ऑफिस पर सांकेतिक प्रदर्शन करके सिरोही के गांवों में जनसभाएं की। इन जनसभाओं में जमकर नारेबाजी करी और आवाज उठी कि इस बार वोट उसी को देंगे तो माही का पानी लाएगा। यात्रा में रामपुरा, अणगौर, कालन्द्री, डोडवा, मोहब्बतनगर, पूनगकला, मांडोली, बिबलसर, रामसीन समेत गांवों में जनसभाएं की गई।

इस जनसभाओं में राजस्थान किसान संघर्ष समिति के संयोजक विक्रम सिंह पुनासा जनता से रुबरु होकर अपील कर रहे है कि इस बार चुनावों में वोट उसी नेता को दो जो माही बेसिन का जल लाने की बात करें। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी परिवर्तन यात्रा कर रही है लेकिन सिरोही,जालोर एवं बाड़मेर के हक के पानी को लेकर कोई बात नही कर रहे। हमारे किसान पानी की कमी से झूझ रहे है,खेत वीरान हो रहे है। रोजगार की तलाश में गांव खाली हो रहे है व युवा पलायन कर रहे है।

माही जलक्रांति यात्रा सिरोही पहुँची, जिला कलेक्टर दफ्तर पर किया सांकेतिक प्रदर्शन

समिति के अध्यक्ष बद्रीदान चारण ने कहा कि हम लोगो ने 15 साल संघर्ष करके सैकड़ो सूचना के अधिकार के पत्र लिखकर माही बेसिन के जल खातिर सड़क से लेकर माननीय उच्च न्यायालय तक लड़ाई लड़कर राज्य सरकार से बजट घोषणा में डीपीआर का काम शुरु करवाया है। केंद्र सरकार व राज्य के नेता जाग्रत होकर कार्य करे तो गुजरात सरकार से माही बेसिन का जल हम ले सकते है। इसके लिए जनता का मजबूती से साथ चाहिए। जब जनता माही को लेकर राजनेताओं को आड़े हाथ लेगी तो निश्चित तौर पर माही का पानी नहरो के रुप मे आएगा।

सचिव गिमर सिंह कोट ने बताया कि 11 सितम्बर से शुरु हुई यात्रा का आज दूसरा दिन है। यह यात्रा 19 दिन तक चलेगी जिसमें 12 तहसील व 300 से अधिक गांव शामिल है। यात्रा का मकशद जनता को जागरूक करना ही है।

युवा मोर्चा अध्यक्ष जयन्त मूंड ने कहा कि मरुभूमि के तीनों जिले राजधानी से दूर होने व राजनीतिक विमूढ़ता के कारण पानी को तरस रहे है। कडाना बांध के समझौते से 28 टीएमसी पानी हमें सिंचाई के लिए मिला हुआ है वही हमने आरटीआई से सूचना एकत्रित करी है कि औसत प्रतिवर्ष 17 जवाई बांध की क्षमता जितना पानी खंभात की खाड़ी में जाकर समुन्दर में मिल रहा है जो राजस्थान के इन जिलों को हराभरा व आर्थिक सक्षम बना सकता है। देश चन्द्रयान पर बसने की तैयारी कर रहा है लेकिन हम मरुप्रदेश के वासी पानी के लिए तड़प रहे है। सरकारों को इस ओर सख्त कदम लेना चाहिए।

इस यात्रा के दौरान किसान नेता लुम्बाराम चौधरी,बागोड़ा तहसील अध्यक्ष मोडाराम देवासी,सचिव गंगा सिंह कालन्द्री,चक्रवर्ती सिंह लाखणी,अभिषेक चारण,सुखदेव सिंह,गोविंद सिंह,पवन रुण्डला, अभिषेक चौधरी सहित अनेकों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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