जयपुर। माइंस एवं उद्योग से जुड़े विशेषज्ञ और हितधारक गुरुवार 14 सितंबर को जयपुर में जुटेंगे। अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस, पेट्रोलियम, उद्योग एवं एमएसएमई वीनू गुप्ता ने बताया कि 14 सितंबर को जयपुर में माइंस और उद्योग के क्षेत्र में राजस्थान को नवाचारी अग्रणी प्रदेश बनाने के लिए इनसे जुड़े विशेषज्ञ, स्टेक होल्डर्स, युवा टेक्नोक्रेट आदि आपसी अनुभवों व देष दुनिया में आ रहे बदलावों को आत्मसात् करने के लिए मंथन कर सुझाव देंगे।
एसीएस गुप्ता ने बताया कि मिशन 2030 के तहत आयोजित 14 सितंबर को हितधारकों के साथ ही माइंस और उद्योग से जुड़े एसोसिएसन्स यथा राजस्थान चैंबर ऑफ कामर्स, सीआईआई, फोर्टी, फिक्की, भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल, हस्तशिल्पियों, बुनकरों, डिक्की, वितदायी संस्थाओं, खनन पट्टाधारकों, क्रशर संचालकों और इनसे जुड़े एसोसिएशनों के प्रतिनिधियों द्वारा हिस्सा लेने से सार्थक संवाद कायम हो सकेगा और इससे सकारात्मक व व्यावहारिक सुझाव प्राप्त हो सकेंगें।
एसीएस गुप्ता ने बताया कि प्रदेश के समग्र औद्योगिक विकास, नए उद्योगों की संभावनाओं, औद्योगिक निवेष, माइनिंग सेक्टर में एक्सप्लोरेशन और माइनिंग, वित्तदायी संस्थाओं और टैक्स प्रोफेशनल्स, युवाओं की भागीदारी तय करने से खुली व सार्थक चर्चा हो सकेगी और अनुभवों को साझा करने का अवसर प्राप्त हो सकेगा।
गौरतलब है कि मिशन 2030 की तैयारियों को राजसिको की प्रबंध निदेशक श्रीमती मनीषा अरोड़ा कोआर्डिनेट कर रही हैं ताकि अधिक से अधिक सहभागिता सुनिश्चित हो सके। वहीं उद्योग विभाग की और से महाप्रबंधक जयपुर शहर शिल्पी पुरोहित और जयपुर ग्रामीण सुभाष शर्मा के साथ ही माइंस विभाग से एसएमई प्रताप मीणा और एमई श्रीकृष्ण शर्मा संबंधित हितधारकों व विशेषज्ञों की 14 सितंबर को आयोजित शिविर में भागीदारी सुनिश्चित कराने के लिए समन्वय कर रहे हैं।