सिरोही: राजस्थान किसान संघर्ष समिति के बैनर तले आयोजित माही बेसिन से सिंचाई व पेयजल के लिए जल उपलब्ध करवाने को लेकर चल रही माही जलक्रांति यात्रा आज चौथे दिन जसवंतपुरा व जालोर तहसील के तवाव, पाथेडी, थूर, मुरथला सिली, सोमता, जोड़वाडा, रोहटा, लूर, बासड़ा धनजी, शेरणा, धानसा व थलवाड़ आदि गांवों से जनसभाएं करती हुई निकली। इसमे लूर गांव में मीडिया प्रभारी गुमान सिंह लूर के नेतृत्व में सैकड़ो किसानों ने ट्रेक्टरों,मोटरसाइकिलों से यात्रा का गाजे-बाजे के साथ स्वागत किया गया। कई गांवों में रैली के स्वागत में पुष्पवर्षा की गई व मंगलगीत गाए गए। थलवाड़ गांव के नीमड़ी माता मंदिर में गुलाब के फूल बरसाकर ठाकुर दलपत सिंह ने सैकड़ो ग्रामीणों के साथ स्वागत किया।
समिति के संयोजक विक्रम सिंह पुनासा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहली बार जलशक्ति मंत्रालय बनाया जिस मंत्रालय का नेतृत्व पूरे भारत में से जोधपुर के सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत को दिया जिससे जोधपुर संभाग के किसानों में खुशी की लहर आयी कि अब नहरों का पानी व पीने का पानी पश्चिमी राजस्थान के जिलों को मिलेगा लेकिन इन्होंने तो जनता की उम्मीदों पर ही पानी फेर दिया। अभी हाल ही में भाजपा की परिवर्तन यात्रा चल रही है जिसमें किसी भी बड़े नेता ने माही के पानी का नाम ही नही लिया।
हमारे हक का पानी गुजरात ने रोक रखा है लेकिन किसी नेता की हिम्मत गुजरात की गुण्डागर्दी के खिलाफ बोलने की नही है। हमें हक के पानी के लिए नेताओं के पास दर दर की ठोकरे खानी पड़ रही है,अब हम फिर जनता के दरवाजे पर आए है। इस बार वोट माही के नाम पर देने की अपील करी। यात्रा में अध्यक्ष बद्रीदान नरपुरा ने आह्वान किया कि गांवो में चेतावनी बोर्ड सीमाओ पर लगा दो और जो नेता आये उससे संकल्प पत्र भरवाओ कि जो माही की बात करेगा उसकी को वोट मिलेगा।
यात्रा में समिति के युवा मोर्चा अध्यक्ष जयन्त मूंड,सचिव गिमर सिंह कोट,उपाध्यक्ष शिवनाथ सिंह राजपुरोहित,सरपंच हुकुम सिंह धानसा, लूर सरपंच प्रतिनिधि रतन सिंह आदि ने भी सम्बोधन किया।