जैसलमेर : आराध्य गुरुदेव श्रीराज गुरुद्वारे (आसरी मठ) के मठाधीश श्री श्री सन्त शिरोमणि 1008 शिव सुखनाथ महाराज मंगलवार सुबह करीब 8 बजे ब्रह्मलीन हो गए। राजस्थान के पश्चिमी क्षेत्र में धर्म के प्रति चेतना जागृत करने वाले एवं आसरी मठ के संरक्षक सन्त शिरोमणि 1008 शिव सुखनाथ महाराज का सोमवार को स्वास्थ्य बिगड़ा था। उन्हें सांस लेने में कठिनाई होने लगी थी।
संत शिरोमणि 1008 शिव सुखनाथ महाराज जैसलमेर राजपरिवार के गुरु हैं। उनके ब्रह्मलीन की खबर सुन भक्त भावुक हो गए और सुबह से ही मठ में भक्तों का आना लगातार जारी है। मंगलवार दोपहर बाद शिव सुखनाथ महाराज की वैकुंट्ठी निकाली जाएगी। महाराज की वैकुंट्ठी आसरी मठ से निकलकर शहर के मुख्य बाजार व चौराहों से होती हुई वापस आसरी मठ पहुंचेगी। वैकुंट्ठी के पश्चात संत शिरोमणि शिव सुखनाथ महाराज की समाधि का कार्यक्रम रखा गया है। शिव सुखनाथ महाराज का सन्त धर्म के अनुसार विधिपूर्वक समाधि कार्यक्रम होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और सांसद दिव्या कुमारी ने ट्वीट कर शोक संवेदना व्यक्त की है। वसुंधरा राजे ने लिखा “आसरी मठ, जैसलमेर के मठाधीश श्री श्री 1008 स्वामी श्री शिवसुख नाथ जी महाराज के ब्रह्मलीन होने का समाचार पाकर अत्यंत दुख हुआ। उनका निधन धर्म, अध्यात्म एवं समाज जगत के लिए बड़ी क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति तथा उनके अनुयायियों को धैर्य प्रदान करें।
आसरी मठ, जैसलमेर के मठाधीश श्री श्री 1008 स्वामी श्री शिवसुख नाथ जी महाराज के ब्रह्मलीन होने का समाचार पाकर अत्यंत दुःख हुआ। उनका निधन धर्म, अध्यात्म एवं समाज जगत के लिए बड़ी क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति तथा उनके अनुयायियों को धैर्य प्रदान करें। pic.twitter.com/f6waPJMogy
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) November 16, 2021