जैसलमेर: लोक देवता संत सदाराम के मेले में जा रहे तीन श्रद्धालुओं की करंट से मौत हो गई। हादसे में 8 लोग झुलस गए। भक्त एक निजी बस से जा रहे थे। रास्ते में बिजली के लटके तारों के छुने से करंट लग गया। झुलसे लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। हादसे की सूचना पर जैसलमेर कलेक्टर, एसपी और विधायक अस्पताल पहुंचे। गंभीर घायलों को जोधपुर रैफर किया गया।
दरअसल, खींया और खुईयाला गांव के लोगों ने एक निजी बस किराए पर ली थी। बस से संत सदाराम के मेले में दर्शन करने जा रहे थे। ओवरलोडेड बस में कुछ लोग बस की छत पर बैठे थे। दर्शन कर वापस लौटते समय बस की छत पर बैठे लोग सड़क पर लटके तारों के संपर्क में आ गए और करंट लगने से झुलस गए। कुछ लोग बस से कूदने पर घायल हो गए।
हादसे में दो भाइयों राणाराम (60), नारायणा राम (55) पुत्र किरता राम खींया और पदमाराम करणा (42) की मौके पर ही मौत हो गई। प्रभु राम (30) निवासी नग्गा गंभीर अवस्था घायल हो गया, उसे जोधपुर रैफर किया गया। चिल्लाने की आवाज पर आस-पास के लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। मृतकों और घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
बस हादसे की जांच के आदेश
प्रत्यक्षदर्शी पोलजी की डेयरी गांव के शरीफ खान ने बताया कि पीडबल्यूडी की ओर से सड़क निर्माण का काम चल रहा है। सड़क ऊंची होने से बिजली के तार नीचे आ गए है। बस ड्राइवर को शायद इसका अंदेशा नहीं रहा और तार से बस टकरा गई। शरीफ ने बताया कि बिजली विभाग को कई बार झूलते तारों की शिकायत की। इसके बाद भी सुनवाई नहीं हुई।
जिला परिवहन अधिकारी टीकु राम ने बताया कि बस 56 सीटर थी और उसके कागजात पूरे हैं। उन्होंने बताया कि बस में क्षमता से ज्यादा सवारियां कितनी थी, इसकी जांच की जा रही है। 8 घायल और झुलसे लोग बस की छत पर बैठे थे। बस में 60 से 70 के करीब सवारी बताई जा रही है। कलेक्टर प्रतिभा सिंह ने बताया कि हादसे की जांच करवा रहे हैं। दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।