श्रीगंगानगर: अरोडा समाज के 23 मई को होने वाले चुनाव को लेकर अंकुर मिगलानी और मूलचंद गैर गट के बीच तलवारें खिंच गई है। दोनों ने एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज कर दिया है। बुधवार को एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में अंकुर मिगलानी गुट ने स्पष्ट प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर अरोड़वंश समाज के लिए चुनाव ट्रस्ट के द्वारा जारी आईडी होती हैं तो वह उनको मान्य नहीं होंगे।
इन चुनाव में मतदाताओं को सरकारी आईडी के जरिए ही मतदान करने की अनुमति दी जाए। जिला प्रशासन एवं पुलिस अधीक्षक से निवेदन किया गया है कि अरोडवंश समाज का स्कूल मे मतदान स्थल के बजाय कहीं अन्य मतदान स्थल बनाया जाए, ताकि पारदर्शिता रह सके। वही मतदान सरकारी आईडी के जरिए करवाया जाए। न कि चुनाव अधिकारी द्वारा जारी किए गए ट्रस्ट की आईडी से।
दरअसल अरोड़वंश समाज के होने वाले इन चुनावों को लेकर दोनों गुटों ने अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है। अंकुर मिगलानी जहां पहले भी यह चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन उन्हें हार का सामना देखना पड़ रहा। अंकुर ने कहा है कि वे दूध के जले हुए हैं इसलिए छाछ को भी फूंक फूंक कर आगे बढ़ रहे हैं। वहीं मूलचंद नितांत नए व्यक्ति हैं और उन्होंने स्पष्ट कहा कि उन्हें चुनाव लड़ने का कोई शौक नहीं है लेकिन वे मजबूरी में चुनाव लड़ रहे हैं।
नामांकन दाखिल करते समय भी उन्होंने कहा था कि वह चाहते हैं कि यह चुनाव ना हो । इधर समाज के इस चुनाव में मतदाता सूची में भी भयंकर गड़बड़ी की आशंका को लेकर अंकुर मिगलानी गुट ने पत्रकार वार्ता में कई दस्तावेज पेश किए । उन्होंने एक ही नाम से कई वोट बने होने के साथ-साथ अधूरे पते व अधूरे फार्म होने, व मृतक वोटरों के नाम की भी जानकारी दी। संविधान में जहां श्रीगंगानगर नगर परिषद क्षेत्र के मतदाता ही समाज के चुनाव में वोट डालने की शर्त है मगर श्रीगंगानगर से बाहर के जिलों के भी लोगों के वोट बनाए जाने की बात है। अंकुर मिगलानी ने कहा कि इन चुनावों में भारी धांधली होने की आशंका है।इसलिए प्रशासन को समय रहते सचेत होकर पारदर्शिता से इन चुनाव को संपन्न कराने के प्रयास करने चाहिए।