नागौर: राजस्थान के नागौर जिले में फ्रूट की पेटियों के अंदर फलों के साथ नोटों की कतरन निकल रही हैं। जिले के कुचामन में गुजरात से आ रही फल पेटियों में 20 से 500 रुपए के नोटों की कतरन देखकर हर कोई चौंक रहा है।
फ्रूट व्यापारियों ने बताया कि पिछले 15 दिन से ऐसा हो रहा है। सबसे ज्यादा अनार की पेटियों में नोटों की कतरनें निकल रही हैं। इसमें कागज की भी कतरनें होती हैं। पिछले कुछ दिन से इनमें नोट वाले कागज की कतरनें आ रही हैं। लोग अपने पास मौजूद नोट से उनका मिलान कर रहे हैं। कई कतरनों में तो नोट पर आने वाला सिक्योरिटी धागा भी साफ दिख रहा है। व्यापारियों ने आशंका जताई कि कतरन नकली नोटों की भी हो सकती है।
कुचामन थानाधिकारी हनुमान चौधरी ने बताया कि जांच की पहली कड़ी में अनार की पेटियों पर लिखे नंबर से संपर्क किया गया। अनार के होलसेल व्यापारी से संपर्क हुआ। वह महाराष्ट्र का रहने वाला है। वह भारतीय मुद्रा की ये कतरन किसी टेंडर होल्डर से किलो के भाव में खरीदता है। इसे अनार की पेटियों में डालने के काम में लिया जाता है।
इसके बाद टेंडर होल्डर से संपर्क कर जानकारी जुटाई गई। नासिक (महाराष्ट्र) में टेंडर होल्डर चलाने वाले नितिन सुल्तानिया से बात की गई, जो UP के रहने वाले हैं। टेंडर डालने वाली कंपनी का नाम श्री साईं ट्रेडिंग है। यह कंपनी भारतीय करेंसी नोट प्रेस से कतरन लेती है। कतरन क्विंटल के भाव से खरीदकर व्यापारियों को किलो के भाव से बेच दी जाती है। नितिन सुल्तानिया ने भी माना कि कतरन भारतीय मुद्रा की ही है। भारतीय नासिक करेंसी नोट प्रेस से बचे हुए लॉट की कतरन को हम टेंडर में खरीदते हैं।