नागौर: पुलवामा अटैक में शामिल रहे हिजबुल आतंकियों को ढेर करने वाले नायक घासीराम को सेना मेडल से सम्मानित किया गया है। राष्ट्रीय राइफल्स में नायक के पद पर तैनात घासीराम को सेना मेडल दिए जाने की घोषणा 26 जनवरी 2022 को की गई थी। 4 मार्च को उन्हें पठानकोट मिलिट्री स्टेशन पर आयोजित एक कार्यक्रम में आर्मी कमांडर ने सम्मानित किया।
7 घंटे चली थी मुठभेड़
नागौर के कितलसर का रहने वाले घासीराम ने बताया कि 25 अप्रैल 2020 को देर रात करीब 12 बजे इंटेलिजेंस से पुलवामा के पंपोर तहसील के गौरीपुरा गांव में हिजबुल के आतंकियों के छिपे होने का इनपुट मिला। हम तुरंत अपने कमांडो टीम(असॉल्ट) के साथियों के साथ वहां पहुंचे। वहां एक बगीचे में घेराबंदी शुरू की। तभी सामने से आतंकी अंधाधुंध गोलियां बरसाने लग गए। उस समय घासीराम सबसे आगे था।
लगातार दोनों तरफ से क्रॉस फायरिंग शुरू हो गई। मैंने भी बेहद करीब जाकर दो आतंकियों को अपने फायर शॉट पे लेकर ढेर कर दिया। मारे गए आतंकियों में से एक 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में हुए IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) के बड़े हमले में भी शामिल था। ये ऑपरेशन सुबह 7 बजे तक चला।
सेना मैडल से सम्मानित घासीराम के पिता बीरमाराम बुगालिया गांव में ही किसानी करते हैं। इनके बड़े भाई मोहनराम बुगालिया सरकारी अध्यापक हैं। शुक्रवार को आयोजित सम्मान समारोह में घासीराम की पत्नी खुशबू और बेटा भी मौजूद रहे। घासीराम ने अब तक 24 मेजर ऑपरेशंस में हिस्सा लिया है।