नागपुर: वैदिक मंत्रोच्चार, शंखनाद व बैंडबाजों की मंगल और सुमधुर ध्वनि के बीच संतरों की नगरी नागपुर की सडक़ों पर शनिवार की सुबह वातावरण में विष्णु के छठें अवतार,भगवान परशुराम की जय-जयकार ही सुनाई दी। यह दृश्य था कांचीपुरम से अरूणाचल स्थित परशुराम कुण्ड के लिए विप्र फाउंडेशन की ओर से रवाना की गई परशुराम कुण्ड आमंत्रण यात्रा के अमृत भारत रथ के नागपुर स्वागत और अगवानी का यह सिलसिला सतनामी चौक से शुरू हुआ जो राजस्थानी ब्रह्म समाज भवन तक अनवरत चलता रहा। भगवान परशुराम की यात्रा में जहां महिलाएं मंंगल कलश धारण किए हुए थी तो पुरुष विप्र फाउंडेशन का ध्वज लहराते नजर आएं। परशुराम कुण्ड यात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया ।
नागपुरवासियों ने पूर्ण श्रद्धा के साथ रथ में विराजमान भगवान परशुराम मूर्ति विग्रह के दर्शन कर आरती उतारी। रथ यात्रा में नागपुर के विभिन्न राजनीतिक दलो के नेता व सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी भी मौजूद थे। नागपुर के बाजारो में व्यापारी भी अपने प्रतिष्ठानो के आगे भगवान परशु राम के रथ पर पुष्प वर्षा कर पूजा करते दिखाई दिए। विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों की ओर से भी रथ यात्रा की पूजा-अर्चना कर स्वागत किया गया। विधान परिषद के पूर्व सदस्य गिरीश व्यास राजस्थानी ब्रह्म समाज भवन तक साथ रहे। यहां पहुंच यात्रा धर्मसभा में परिवर्तित हो गई। धर्म सभा में वक्ताओं ने कहा कि भगवान परशुराम केवल ब्राह्मण समाज के लिए ही नहीं बल्कि वे सम्पूर्ण मानवता के लिए पूज्यनीय है।
आतंकवाद के खिलाफ प्रथम कार्यवाही कर मानवता की रक्षा भगवान परशुराम ने ही अपने परशु से की थी। धर्म सभा में रामटेक से सांसद कृपाल तुमाणे, विधायक मोहन मते, बैद्यनाथ आयुर्वेद संस्थान के निदेशक एवं विप्र फाउंडेशन संरक्षक मण्डल के प्रमुख सदस्य सुरेश शर्मा,विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आर. बी. शर्मा, विर्दभ जोन के अध्यक्ष डॉ. महेन्द्र कुमार शर्मा, औरंगाबाद जोन के अध्यक्ष राजेश बुटोले, स्वामी राम नारायण दास महाराज, दाधीच समाज नागपुर के अध्यक्ष डा. महेश दाधीच, पत्रकार उमेन्द्र दाधीच ने सम्बोधित किया।
नागपुर के इस आयोजन का संचालन नागपुर विफा अध्यक्ष गिरीश पुरोहित की देखरेख में उपाध्यक्ष रितु आनन्द शर्मा ने किया। नागपुर में धर्मसभा के बाद अमृत भारत रथ आकोला के लिए प्रस्थान कर गया। यह यात्रा महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश के रास्ते 29 नवम्बर को बांसवाड़ा से राजस्थान की सीमा में प्रवेश करेगी।