मुंबई : यूक्रेन को लेकर बन रही युद्ध की स्थिति और देश में सबसे बड़ा बैंक घोटाला सामने आने के बाद सोमवार को शेयर बाजार लहूलुहान हो गया। सप्ताह के पहले ही दिन बाजार में बिकवाली का ऐसा आलम रहा कि करीब साल भर की सबसे बड़ी एकदिनी गिरावट का रिकॉर्ड बन गया। बाजार की इस उल्टी चाल में इन्वेस्टर्स के लाखों करोड़ों के व्यारे-न्यारे हो गए। सोमवार को मार्केट कैप में 8.29 लाख करोड़ रुपए की गिरावट आई है। शुक्रवार को यह 263.47 लाख करोड़ रुपए था जो आज 255.11 लाख करोड़ रुपए रहा। दो दिनों में इसमें 12 लाख करोड़ रुपए की कमी आई है। शुक्रवार को यह 4 लाख करोड़ घटा था। साल 2022 की यह शेयर बाजार की सबसे बड़ी गिरावट है। सेंसेक्स के 30 शेयर्स में केवल TCS ही बढ़त में रहा, बाकी 29 शेयरों में गिरावट रही। TCS का शेयर 1.05% बढ़ा है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 1,747 पॉइंट्स टूटकर 56,405 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 531 अंक गिर कर 16,842 पर बंद हुआ। पेटीएम का शेयर 4.7% टूटकर 863 रुपए, नायका का शेयर 7.78% गिर कर 1,515 और जोमैटो का स्टॉक 6.82% गिर कर 82.70 रुपए पर बंद हुआ। इन तीनों नई उम्र की कंपनियों का यह सबसे निचला स्तर है।
स्माल और मिड कैप इंडेक्स 4-4% टूटे हैं। गिरावट का मुख्य कारण यूक्रेन और रूस के बीच तनाव है। इसके साथ ही कच्चे तेल की कीमतें 7 साल के ऊपरी स्तर पर पहुंच गई हैं। यह 93 डॉलर प्रति बैरल के पार हैं। बाजार में यह भी अनिश्चितता है कि LIC का IPO कैसा रहेगा। सरकार अब तक का सबसे बड़ा IPO लेकर आ रही है और फाइनेंशियल सेक्टर में यह सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी होगी।