उदयपुर। पेसिफिक मेडिकल काॅलेज एण्ड हाॅस्पिटल के जनरल मेडिसिन विभाग की ओर से विश्व डायबिटीज डे सप्ताह का आयोजन 7 नबम्वर से किया जा रहा है। इस सप्ताह के अन्र्तगत आज एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की शुरूआत में विश्वविख्यात गठिया रोग विशेषज्ञ और डेविडसन प्रिंसिपल ऑफ मेडिसिन पुस्तक के प्रमुख सम्पादक, एडिनबर्ग विश्वविद्यालय,(यूके) के प्रोफेसर स्टुअर्ट एच राल्सटन का पीएमसीएच के प्रिंसिपल एवं कन्ट्रोलर डाॅ.एम.एम.मंगल एचं मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ.के.आर.शर्मा नें मेवाड़ी पगडी,उर्पणा एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया।
कार्यशाला को सम्बोन्धित करते हुए प्रोफेसर राल्सटन ने डायबिटीज एवं गठिया रोगों पर महत्वपूर्ण व्याख्यान दिया। मेडिसिन की बाइविल(डेविडसन प्रिंसिपल ऑफ मेडिसिन) के नाम से प्रसिद्ध बुक के सम्पादक प्रोफेसर स्टुअर्ट एच राल्सटन ने कहा गठिया रोगों में स्टेराॅइड दवाईयों का प्रयोग करने से डाॅयबिटीज का खतरा बड जाता है,इसलिए ऐसे मरीजों को समय समय पर डाॅयबिटीज की जाॅच कराते रहना चाहिए। इस दौरान उन्होने गठिया रोग के इलाज के लिए नवीनतम दवाईयोंके बारे में विस्तृत जानकारी दी।
कार्यशाला के दौरान एण्डोक्राइनोलाॅजिस्ट डाॅ.आर.के.शर्मा ने कहा कि मधुमेह एक भयावह एवं व्यापक रोग है जो कि एक साईलेंट बीमारी है, जो कि शरीर के लगभग सभी अंगो पर दुष्प्रभाव डालती है। इसलिए इस बीमारी का समय पर निदान, उचित आहार एवम व्यायाम, नियमित उपचार एवं जांच से इसे नियंत्रित किया जा सकता है एवं भविष्य में इससे होने वाली जटिलताओं को रोका जा सकता है।
कार्यक्रम के संयोजक डाॅ.निलेश पतीरा एवं डाॅ. सौरभ गुप्ता ने बताया प्रदेश में इस तरह का पहला आयोजन जहाॅ पर विश्वविख्यात गठिया रोग विशेषज्ञ और डेविडसन प्रिंसिपल ऑफ मेडिसिन पुस्तक के प्रमुख सम्पादक प्रोफेसर स्टुअर्ट एच राल्सटन ने मेडिकल के विधार्थीयों के साथ साथ नर्सिग के विधार्थीयों के लिए आयोजित कार्यशाला को सम्बोन्धित किया। इस अवसर पर मधुमेह रोग विशेषज्ञ डाॅ.आर.के.शर्मा, डाॅ.जगदीश विश्नोई हाॅस्पिटल के वरिष्ठ चिकित्सकों सहित अन्य स्टाॅफ मौजूद रहा।