उदयपुर। विप्र वाहिनी उदयपुर के तत्वावधान में शहर के हिरणमगरी स्थित स्वागत वाटिका में आयोजित श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर आधारित विशेष सनातन पाठशाला आयोजित की गई। विप्र वाहिनी के प्रदेश महासचिव डॉ.विक्रम मेनारिया ने बताया कि पाठशाला में सन्तोष दीदी द्वारा भगवान श्री कृष्ण के आदर्श जीवन से प्रेरणा लेकर संगठित होने का आह्वान किया। डॉ. रेनू पालीवाल द्वारा भगवान श्रीकृष्ण के विराट व्यक्तित्व को आत्मसात कर युक्तिपूर्वक हर समस्या के समाधान हेतु उपाय बताए। प्रेरक गीत अभ्यास पण्डित कमलेश वैष्णव द्वारा करवाया गया। वैदिक ध्यान प्रशिक्षक भूपेन्द्र शर्मा ने वैदिक ज्ञान का अभ्यास करवाया।
मोटिवेशनल स्पीकर धीरज अरोड़ा ने सनातन का अभिप्राय बताते हुए कहा की जो सार्वभौमिक रूप से शाश्वत है वही सनातन है, और जो हम धारण करते हैं वही धर्म है। अध्यक्षीय उद्बोधन में शिक्षाविद लोकेश भारती ने कहा कि आज सनातन धर्म को सुरक्षित रखने के लिए हमें अपनी सीमाओं को मजबूत करना होगा। नवीन पीढ़ी में सनातन धर्म के आधार स्तंभ मर्यादा पुरुषोत्तम राम और भगवान श्री कृष्ण के जीवन चरित्र से प्रेरणा लेकर अपना जीवन उन्नत करना चाहिए। सुदर्शन शर्मा ने आभार प्रदर्शित किया।