अबोहर : माला रामपुरा के सरपंच के पुत्र सहदेव को पुलिस ने 6 किलो 600 ग्राम अफीम सहित पकड़ा था। तलवाड़ा झील पुलिस संगरिया में गत 10 जुलाई को कार में 6 किलो 600 ग्राम अफीम रखने के बहुचर्चित मामले में गिरफ्तार आरोपियों से रिमांड अवधि में गहन पूछताछ कर रही है। वहीं फरार पांचवें आरोपी पूनमचंद झाझड़ा निवासी माधोगढ़ की तलाश जारी है। इसके लिए पुलिस टीमें संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। यहां बतां दे कि इस प्रकरण में मास्टरमाईंड वेदप्रकाश बिश्रोई ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि मालारामपुरा सरपंच पुत्र सहदेव ने रूपयों के लेनदेन विवाद को लेकर हुई पंचायत में पक्ष लिया था, इसी बात से नाराज होकर उसे फंसाने के लए अफीम कार में रखवाई थी।
इस मामले में वेदप्रकाश के अलावा उसके चचेरे भाई ओमप्रकाश पुत्र तुलछाराम, विकास भाटी पुत्र कन्हैयालाल भाटी एवं राहुल पुत्र बग्घाराम बिश्रोई जोधपुर से पूछताछ की जा रही है। वहीं राहुल को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया था। गौरतलब है कि गांव मालारामपुरा के सरपंच सहदेव को एक साजिश के तहत उसकी गाडी में 6 किलो 600 ग्राम अफीम रखकर संगरिया पुलिस ने काबू किया था। इस मामले में सीतो गुन्नेा के सरपंच के अलावा अन्य लोगों का नाम शामिल किया था। सहदेव के चाचा हंसराज व उनकी माता द्वारा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात कर इस मामले की जांच बरीकी से करेन की मांग की।
उन्होंने प्रार्थना पत्र में लिखा था उसके बेटे को साजिश के तहत फसाया गया है। मुख्यमंत्री के निर्देशों पर राजस्थान के डीजीपी ने इस मामले की जांच एसओजी को सौंप दी गई। जांच के बाद राजस्थान पुलिस ने सरपंच सहदेव को क्लीनचिट देेन के बाद सरपंच को फंसाने वाले मास्टर माइंड सहित 4 लोगों को काबू किया है। 1 आरोपी को जेल भेज दिया गया है जबकि 3 आरोपी 19 तक पुलिस रिमांड पर लिया गया है। उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री व डीजीपी का धन्यवाद किया कि सच्चाई की जीत हुई है।