उदयपुर। पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने शिक्षको के तबादलों में पैसों के लेनदेन को कल जयपुर में मुख्यमंत्री की मौजूदगी में उठी चर्चा पर कहा कि हमने वसुंधरा सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार की आवाज उठाते हुए जनता को विश्वास दिया था कि पारदर्शी एवं ईमानदार सरकार देंगे। हमेंं उस दिशा में काम करना है अगर कहीं भी कोई कमी खामी पाई जाए तो उसकी जांच भी होनी चाहिए।
उन्होंने कहा- मैं मानता हूं कि जिस प्रकार भाजपा ने भ्रष्टाचार के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे उसके विरोध में लोगों ने वोट दिया था तो हमें भी इसका ध्यान रखना चाहिए। हालांंकि पायलट ने तबादला नीति और डोटासरा की ओर से दी गई सफाई का उल्लेख करते हुए कहा कि उससे कई चीजों का समाधान हो जाएगा। एक दिवसीय दौरे पर उदयपुर पहुंचे पायलट ने मंत्रिमंड़ल विस्तार पर कहा कि दुर्भाग्यवश विस्तार में विलंब तो हुआ हैं। सुलह कमेटी को बने हुए भी सवा साल हो गया है, लेकिन अब पार्टी आलाकमान से लेकर सब लोग मन बना चुके है। जहां भी जरूरी होगा। वहां बदलाव देखने को मिलेंगे और इसके अच्छे जल्द परिणाम भी सामने होंगे। उन्होंने कहा कि दिसम्बर 2013 में उन्हें प्रदेशाध्यक्ष बनाकर भेजा गया था। इसके बाद कार्यकर्ताओं के सहयोग से उन्होंने सबको जोडऩे का काम किया। पार्टी को आज जोडऩे वाले नेताओं की जरूरत है।
उन्होंनेे केन्द्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि चुनाव के मद्देनजर पेट्रोल-डीजल के दाम कम किए गए हैं। बीजेपी शुद्व रूप से चुनावी कैलेण्डर को ध्यान में रखकर काम रही है। 2023 में राजस्थान में कांग्रेस सरकार के पुनगर्ठन के लिए जो कुछ भी करना पड़ेगा वो सब करेंगे।
पायलट ने डबोक एयरपोर्ट के पास एक फॉर्म हाउस पर कई पूर्व पदाधिकारियों से मुलाकात कर चर्चा की। इसके बाद वे एक रिसोर्ट में विवाह समारोह में शामिल होने के लिए रवाना हो गए। शाम करीब 5.30 बजे पायलट होटल अमरगढ़ रिसोर्ट पहुंचे, जहां वे वल्लभनगर विधायक की पुत्री के विवाह समारोह में भी शामिल हुए।