उदयपुर। बीएन विश्वविद्यालय में REET परीक्षा के दौरान छात्र हार्दिक व्यास की जनेऊ उतारने से ब्राहमण समाज ही नहीं संपूर्ण सनातन समाज में रोष एवं आक्रोश व्याप्त है। विप्र वाहिनी के प्रदेश महासचिव डॉ.विक्रम मेनारिया ने बताया कि जनेऊ सूत का धागा मात्र होता है, जिसमें कोई वस्तु छुपाई नहीं जा सकती। चेकिंग के नाम पर जनेऊ उतरवाना सरासर गलत है।
महिला अभ्यर्थियों की दशा माता की (सूत्र की माला) बेल भी खुलवाने पर महिलाओं की आपत्ति रही। विप्र वाहिनी के शिष्ट प्रतिनिधिमंडल ने एडीएम प्रशासन ओपी बुनकर को ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री से यह मांग की है कि ब्राह्मण समाज एवं सनातन धर्म के लोगों के साथ परीक्षा में चेकिंग के नाम पर ऐसा बर्ताव कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषी अधिकारियों के खिलाफ जांच की जाए एवं कठोर कार्रवाई की जाए।
एडीएम ओपी बुनकर ने प्रतिनिधिमंडल की बात सुनने के बाद कहा कि सरकार तक यह बात पहुंचाएंगे एवं न्यायोचित कार्रवाई की बात कही। प्रतिनिधि मंडल में विप्र वाहिनी के एडवोकेट सुनील त्रिपाठी, चंद्रप्रकाश, गजेंद्र मेनारिया,नरेंद्र नागदा इत्यादि पदाधिकारी उपस्थित थे।