जयपुर : REET के 24 जुलाई (दूसरे दिन) की दूसरी पारी के पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इसमें सामाजिक अध्ययन (SST) और बाल विकास का पेपर शामिल हैं। SST के 8 पेज और बाल विकास का एक पेज वायरल हुआ तो परीक्षा पर सवाल खड़े होने लगे हैं। SST पेपर के 91 से 132 नम्बर तक के 42 सवालों के 8 पेज (79 से 86 पेज नंबर) सामने आए। SST में कुल 60 सवाल पूछे गए थे। प्रश्नों के ऑप्शन्स पर टिक मार्क भी लगे हुए हैं। परीक्षा कराने वाले राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने भी माना कि जो पेपर वायरल हो रहे हैं, वो REET के ही हैं।
नियमानुसार परीक्षा के बाद कैंडिडेट से एग्जामिनेशन हॉल में ही पेपर जमा करा लिया जाता है। बावजूद इसके पेपर बाहर आया है। इससे तय है कि कहीं न कहीं गड़बड़ी हुई है। बोर्ड के जनसंपर्क अधिकारी राजेन्द्र गुप्ता का तर्क अलग है। वह कहते हैं- इसे पेपर लीक नहीं कहेंगे। पेपर होने के बाद सोशल मीडिया पर आया है। कोई स्टूडेंट शरारतवश अंदर के 4 पेज फाड़कर बाहर ले आया होगा। पेपर लीक तब माना जाता, जब परीक्षा होने से पहले ये पेपर सोशल मीडिया पर आए होते।
जनसंपर्क अधिकारी गुप्ता कहते हैं- अभी सुबह हुई है। जांच करेंगे। पता करेंगे क्या स्थिति है। सोमवार सुबह 9 बजे पूरे प्रदेश से OMR आई हैं। सुबह 4 बजे तक हम जाग रहे थे। ऑफिस से घर नहीं गए। अभी हम बैठेंगे तब सारी स्थिति को रिव्यू करेंगे। हम तो अपने हिसाब से निर्णय लेते हैं। आपके हिसाब से नहीं। जब समय होगा, तब कमेटी बैठेगी। उसमें क्या निर्णय होगा, उसके हिसाब से देखेंगे।
बड़े डकैतों पर हाथ डालो- किरोड़ी
BJP सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा और ABVP के राष्ट्रीय मंत्री हुश्यार मीणा ने इसी मुद्दे पर प्रदेश की गहलोत सरकार को घेरते हुए मामले की जांच कराने की मांग की है। डॉ. किरोड़ीलाल ने कहा- REET अभ्यर्थियों से पेपर जमा करवा लिया गया, तो यह सोशल मीडिया पर कहां से आए? उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा है- मैं CM गहलोत से कई बार कह चुका हूं कि पेपर घोटाले में बड़े डकैतों पर हाथ डालो। वह ऐसा नहीं कर रहे। इसका राज क्या है? वायरल पेपर की सच्चाई की तुरंत जांच करवाने और अगर पेपर लीक हुआ है तो इन बड़े डकैतों पर तुरंत कार्रवाई करें।