केंद्रीय कारागार में कैदियों से धर्म के आधार पर भेदभाव करने के आरोपों पर हिंदूवादी संगठनों ने किया प्रदर्शन

श्रीगंगानगर : जिले के केंद्रीय कारागार में कैदियों से धर्म के आधार पर भेदभाव करने के आरोप लग रहे हैं। जमानत पर बाहर आए कैदियों द्वारा बताया गया कि जेल में नवरात्र करने वाले कैदियों को मंदिर में दर्शन नहीं करने दिया जा रहा, जबकि रोजेदारों को नमाज के लिए पूरी सुविधाएं दी जा रही है। इसे लेकर हिंदूवादी संगठनों ने जेल अधीक्षक का पुतला जलाया। इधर, जेल अधीक्षक मोईनुद्दीन पठान ने इन आरोपों का पूरी तरह से खंडन किया है।

श्रीगंगानगर के केंद्रीय कारागार में कैदियों को उनके धर्म के अनुसार पूजा अर्चना नहीं करने दी जा रही। गिरधारी लाल गुप्ता व प्रतापसिंह शेखावत ने बताया कि नवरात्र और रमजान के इस महीने में कुछ कैदियों ने उन्हें बताया कि उन्होंने नवरात्र के दौरान मंदिर में पूजा-अर्चना नहीं करने दी जा रही, वहीं रमजान के महीने में रोजे रखने वालों को पूरी तरह से सुविधाएं दी जा रही है। इसे लेकर आज भारी तादाद में हिंदूवादी संगठनों ने जेल के सामने जेल अधीक्षक मोइनुद्दीन पठान का पुतला जलाकर अपना रोष व्यक्त किया।

केंद्रीय कारागार

मुझ पर लग रहे आरोप निराधार – मोइनुद्दीन पठान

हिंदूवादी संगठनों के पुतला फूंकने तथा इस प्रकार के आरोप लगाने को लेकर जेल अधीक्षक मोइनुद्दीन पठान ने कहा है कि जेल में किसी भी प्रकार से धार्मिक भेदभाव नहीं किया जा रहा बल्कि किसी भी कैदी द्वारा इस प्रकार की शिकायत भी नहीं की गई। नवरात्र में उपवास रखने वालों को पूरी तरह से सुविधाएं दी जा रही हैं, वहीं नमाज पढ़ने रमजान में रोजे रखने वाले भी अपने धर्म के अनुसार कार्य कर रहे हैं। उन पर लगाए जा रहे आरोप पूरी तरह से निराधार हैं।

जो भी हो, जेल में इस प्रकार के धार्मिक भेदभाव के आरोप निश्चित रूप से चिंताजनक है इसे लेकर विभिन हिंदूवादी संगठनों ने जिला कलेक्टर के साथ-साथ जेल महानिदेशक कारागार व राज्य सरकार को भी अपना शिकायत पत्र दिया है। वहीं जिला प्रशासन द्वारा भी इस मामले में जांच करने की बात कही जा रही है।

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