उदयपुर : कलाकार शोभा गौड़ ने कैनवास पर पेंटिंग्स के माध्यम से प्रकृति को सहेजने का संदेश दिया है। यह मानना है निदेशक माइंस एवं जियोलोजी संदेश नायक और जिला कलक्टर उदयपुर अरविन्द कुमार पोसवाल का। उन्होंने यह बात उदयपुर के बागोर हवेली पिछोला लेक की कलाविथी में कलाकार शोभा गौड की आयोजित सात दिवसीय आर्ट एग्जीबिशन के उद्घाटन के बाद पेंटिंग्स के अवलोकन के अवसर पर व्यक्त किए। निदेशक माइंस एवं जियोलोजी संदेश नायक ने कहा कि आज समूची दुनिया जलवायु संकट से जूझ रही है और देश दुनिया के सामने नई चुनौतियां उभर रही है। ज्यों ज्यों हम प्रकृति से दूर होते जा रहे है त्यों त्यों नित नई समस्याएं आने लगी है। उन्होंने कहा कि शोभा गौड ने अपनी पेंटिंग्स के माध्यम से प्रकृति से जुड़ाव का संदेश दिया है।
जिला कलक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणाम सामने आने लगे हैं। ऐसे में हमें समय रहते सचेत होना होगा नहीं तो आने वाली पीढ़ी हमें माफ नहीं करेगी। सात दिवसीय कला प्रदर्शनी में शोभा गौड ने बेहतरीन रंग संयोजन से कैनवास पर प्रकृति को उकेरा है। पेंटिंग्स में ना केवल प्रकृति से साक्षात्कार कराने का प्रयास किया गया है अपितु प्रकृति को सहेजने का संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि नेचर की खुबसूरती को कैनवास पर उकेरने के साथ ही प्रकृति को बचाये रखने का भी संदेश देने का प्रयास है। द लास्ट ड्रोप के माध्यम से जहां भावी जल संकट की और इशारा किया है तो द पाइट्री ऑफ नेचर के माध्यम से प्रकृति के सौंदर्य को उकेरा है।
इस अवसर पर शोेभा गौड़ ने बताया कि कलाकार की सफलता अपनी संदेश को आमजन तक सहजता से पहुंचाने में होती है और यही मेरा प्रयास रहा है। शोभा गौड द्वारा प्रदर्शित 50 पेंटिंग्स में से अधिकांश पेंटिंग्स 2022-23 के दौरान बनाई गई है। रंग संयोजन और पेंटिंग के टाइटल सेल्फ स्पीकिंग है और यही कलाकार की खासियत है। इस अवसर पर माइंस विभाग के एडीएम महेश माथुर, वाईएस सहवाल, एनके सिंह, एसएमई देवेन्द्र गौड़, जेके गुरुबक्सानी, कमलेश्वर बारेगामा, पीआर आमेटा, एन के बैरवा, डीएफओ जयदेव चारण सहित बड़ी संख्या में कला प्रेमी उपस्थित थे।