जयपुर : गहलोत सरकार बनने के 2 साल 5 माह बाद राजस्थान में राज्य वित्त आयोग का गठन कर दिया गया है। राज्यपाल कलराज मिश्र ने राज्य वित्त आयोग के गठन के आदेश को मंजूरी दी है। पूर्व वित्त मंत्री प्रद्युम्न सिंह को राज्य वित्त आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। सांगानेर से भाजपा विधायक अशोक लाहोटी और भीम से पूर्व कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह रावत को इसका सदस्य नियुक्त किया गया है।
राज्य वित्त आयोग में एक सदस्य विपक्षी दलों से बनाने की परंपरा रही है। राज्य वित्त आयोग संवैधानिक संस्था है। लेकिन नियुक्तियां सियासी आधार पर ही होती हैं। राज्य वित्त आयोग की तीनों नियुक्तियों के जरिए सियासी समीकरण को साधा गया है। राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष और एक सदस्य के विधायक पिता हैं जबकि लाहोटी खुद विधायक हैं।
पायलट समर्थक रावत और राजे समर्थक लाहोटी
राज्य वित्त आयोग के सदस्य बनाए गए लक्ष्मण सिंह रावत सचिन पायलट समर्थक हैं। लक्ष्मण सिंह रावत सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट के साथ एयरफोर्स में फाइटर पायलट रहे हैं। इसलिए उनकी पायलट परिवार से पुरानी दोस्ती रही है। लक्ष्मण सिंह रावत भीम से कांग्रेस विधायक रहे हैं और पूर्व में गृह राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। वित्त आयोग सदस्य बनाए गए सांगानेर से भाजपा विधायक अशोक लाहोटी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे खेमे के हैं। राजे विरोधी खेमे के किसी विधायक को सदस्य नहीं बनाने के पीछे भी सियासी समीकरण हैं।
प्रद्युम्न सिंह बोले- कोविड से सरकारों की आर्थिक हालात खराब इसलिए काम चुनौतीपूर्ण
प्रद्युम्न सिंह ने कहा कि हमें ऐसे वक्त जिम्मेदारी मिली है जब राज्य सरकारों की आमदनी लगातार गिर रही है। कोविड के कारण राज्य के जो आर्थिक हालात हैं वे किसी से छिपे नहीं हैं। हमें वास्तविक हालात को ध्यान में रखकर ही काम करना होगा। सबकी सलाह और राय मशविरे के आधार पर काम करेंगे। समयबद्ध तरीके से काम करके रिपोर्ट तैयार करने की प्राथमिकता रहेगी।