बारां : नेशनल हाईवे पर डिवाइडर से टकराने के बाद कार में लगी आग में चाचा और उसका ढाई साल का मासूम भतीजा जिंदा जल गए। देवर-भाभी घायल हो गए हैं। छोटा भाई और भाभी को कार का गेट तोड़कर लोगों ने बचाया। पूरा परिवार लग्न कार्यक्रम में शामिल होकर लौट रहा था। जान गंवाने वाला युवक जलदाय विभाग में JEN था। बारां से गुजर रहे NH-27 फोरलेन पर पैमोरमा के पास कार अनियंत्रित हो गई। इस दौरान कार का गेट लॉक हो गया और उसमें सवार लोग अंदर ही फंस गए।
SP कल्याण मल मीणा ने बताया कि खेरोना निवासी मनीष अपने भाई सागर के लग्न कार्यक्रम में शामिल होने के बाद सोमवार को अपनी भाभी लक्ष्मी को छोड़ने कोटा जा रहा था। कार को मनीष चौधरी (38) चला रहा था। उसका सगा भाई सागर (30), भाभी लक्ष्मी और डेढ़ साल का भतीजा अनिरुद्ध सवार थे। बारां से गुजर रहे NH-27 फोरलेन पर पैमोरमा के पास सोमवार दोपहर करीब 12 बजे कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई। उसके बाद कार में आग लग गई। मौके पर पहुंचे लोगों ने कार में पीछे बैठे सागर और लक्ष्मी को जैसे-तैसे बाहर निकाल लिया, लेकिन मनीष और अनिरुद्ध फंस गए।
आग भड़कने से मनीष और अनिरुद्ध जिंदा जल गए। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक दोनों काफी जल चुके थे। कड़ी मशक्कत के बाद फंसे हुए शवों को बाहर निकाला गया। हादसे में लक्ष्मी और सागर घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए निजी अस्पताल ले जाया गया। बताया जा रहा है कि खेरोना गांव में एक दिन पहले सागर का लग्न आया था। परिवार के सदस्य गांव में ही रुक गए थे।