उदयपुर: राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी सोशल मीडिया पर अपने ट्वीट को लेकर विवादों के घेरे में आ गयी है। हाल ही में दीप्ति माहेश्वरी ने राजसमंद सांसद दीया कुमारी के पुत्र पदमनाभ सिंह को ट्वीट कर जन्मदिन पर बधाई दी थी। जिसके बाद से ही सोशल मीडिया पर राजनेता से लेकर साहित्यकार विधायक दीप्ति को लोकतंत्र का पाठ पढ़ा रहे हैं।
दीप्ति अपने ट्वीट को लेकर हुई ट्रोल हुई
दरअसल, दीप्ति ने 2 जुलाई को जयपुर राजघराने से ताल्लुक रखने वाली राजसमंद सांसद दीया कुमारी के पुत्र पद्मनाभ सिंह को जन्मदिन की बधाई देते हुए एक ट्वीट किया। ट्वीट में दीप्ति ने लिखा कि जयपुर के महाराजा सवाई पद्मनाभ सिंह जी को जन्मदिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं, ईश्वर आपको सदैव उत्तम स्वास्थ व दीर्घायु प्रदान करे। ट्वीट में पद्मनाभ को जयपुर का महाराज बताना लोगों को रास नहीं आया और दीप्ति की आलोचना शुरू हो गई।
महाराणा प्रताप से लड़ने किस राजवंश के राजा गए
दीप्ति के इस ट्वीट के बाद लोग दीप्ति को लोकतंत्र और संविधान का पाठ पढ़ा रहे है। इतिहासकार और लेखक दिलीप मंडल ने ट्वीट कर कहा कि अकबर की तरफ से महाराणा प्रताप से लड़ने किस राजवंश के राजा गए थे? छत्रपति शिवाजी महाराज का राज हड़पने के लिए किस राजवंश के राजा को औरंगजेब ने दक्कन भेजा था, शायद ये उस वंश के नहीं हैं? या मेरा इतिहास बोध कमजोर है? वैसे 1947 के बाद महाराजा तो ये कतई नहीं हैं, अमित शाह से पूछ लीजिए।
अकबर की तरफ से महाराणा प्रताप से लड़ने किस राजवंश के राजा गए थे? छत्रपति शिवाजी महाराज का राज हड़पने के लिए किस राजवंश के राजा को औरंगजेब ने दक्कन भेजा था. शायद ये उस वंश के नहीं हैं? या मेरा इतिहास बोध कमजोर है? वैसे 1947 के बाद महाराजा तो ये कतई नहीं हैं. @AmitShah से पूछ लीजिए https://t.co/fGLddzar77
— Dilip Mandal (@Profdilipmandal) July 4, 2021
सोशल मीडिया पर विधायिका के ट्वीट के बाद विवाद लगातार बढ़ता गया। वहीं साहित्यकार और लेखक रामकुमार सिंह ने भी ट्वीट किया विधायक जी ने दी हैं महाराजा साहब को शुभकामनाएं। होंगे आपके महाराजा। हमारे जयपुर का अब कोई महाराजा नहीं है। जनता ही राजा है, जनता ही महाराजा है। जय डेमोक्रेसी।
दीप्ति ने दी सफाई
विवादित ट्वीट के बाद दीप्ति माहेश्वरी ने कहा कि यह लोकतंत्र के खिलाफ बोलने के इरादे से नहीं किया गया था। मैंने सिर्फ जन्मदिन पर शुभकामनाएं दी थी। वह एक घराने से है। इसके अलावा हमारे क्षेत्र की सांसद के पुत्र को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी गई थी। मेरे लिए दीया कुमारी सिर्फ एक सांसद नहीं बल्कि मेरी बड़ी बहन की तरह है। उनका मुझ पर आशीर्वाद रहा है। ऐसे में पारिवारिक माहौल को ध्यान में रखते हुए मैंने ट्वीट किया था।