बांसवाड़ा। विप्र फाउंडेशन की कांचीपुरम से चली ऐतिहासिक परशुराम कुंड आमंत्रण यात्रा का अमृत भारत रथ तमिलनाडू, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश होते हुए आज मंगलवार को 22 वें दिन मध्यप्रदेश की सीमा से बांसवाड़ा जिले के दानपुर में प्रवेश कर गया।
यात्रा की मध्यप्रदेश -राजस्थान सीमा पर गाजे बाजे के साथ गर्मजोशी से विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय संरक्षक व मूर्ति प्रतिष्ठा प्रकल्प के मुख्य संयोजक मावली विधायक धर्मनारायण जोशी, राष्ट्रीय सचिव व उदयपुर जोन प्रभारी प्रमोद पालीवाल,
राजस्थान में यात्रा के संयोजक कपिल चोटिया, प्रदेश जोन-1ए के अध्यक्ष के के शर्मा, युवा जोनल अध्यक्ष नरेन्द्र पालीवाल, बांसवाड़ा जिलाध्यक्ष योगेश जोशी ने अगवानी की। उनके साथ प्रदेश उपाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद द्विवेदी, प्रदेश संरक्षक जयप्रकाश पंड्या, प्रदेश सचिव ललित जोशी, महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष कीर्ति आचार्य, निलोत्मा पंड्या ,बड़ी संख्या में विप्र फाउंडेशन के स्थानीय पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे।
यात्रा दानपुर से परशुराम मंदिर लीमथांन, सुर्वनिया, बडोदिया, सागडोद, बोरवट, ठिकरिया और बांसवाड़ा शहर पहुंची। इन सभी स्थानों पर भी भव्य स्वागत कार्यक्रम व धर्म सभाएं हुई। बुधवार को डूंगरपुर जिले की यात्रा पर विप्र फाउंडेशन का अमृत भारत रहेगा। परशुराम रथ यात्रा पहले चरण में राजस्थान के 18 जिलों के 85 स्थानों से होकर गुजरेगी। यात्रा 16 दिसंबर को हनुमानगढ़ जिले से हरियाणा में प्रवेश करेगी। 20 दिसम्बर को भिवाड़ी (अलवर) से राजस्थान का दूसरा चरण शुरू होगा। दूसरे चरण में प्रदेश के बाकी बचे जिलों में यात्रा जाएगी इसका समापन 8 जनवरी को जयपुर में होगा। संगठन की सभी इकाइयां यात्रा के भव्य स्वागत की तैयारी में जुटी हुई है।
विभिन्न सामाजिक संस्थाओं द्वारा भी यात्रा का स्वागत किया जायेगा। परशुराम रथयात्रा को लेकर समाजजनों में काफी उत्साह है।