नई दिल्ली : राजस्थान के अजमेर डिस्कॉम में केन्द्र सरकार की विद्युत से जुड़ी सौभाग्य योजना में जिम्मेदारो की मिलिभगत से हुए 290 करोड़ से भी अधिक घोटाले का मामला आरएलपी से नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने लोक सभा में उठाया। सांसद बेनीवाल ने कहा कि अजमेर डिस्कॉम केे अंतर्गत उदयपुर, अजमेर, बांसवाड़ा, सीकर, भीलवाड़ा, राजसमन्द, प्रतापगढ व चित्तोड़गढ जिलें में 53298 घरो में सोलर सिस्टम के जरीए बिजली पहुंचानी थी और इसके लिए अजमेर डिस्कॉम ने 11 कम्पनियों का फरवरी 2019 में टेंडर दिए व टेंडर 53298 सोलर का ही हुआ लेकिन बाद में 83183 सोलर सिस्टम जिनमें से अधिकतर सिस्टम कागजो में ही लगाये गए व 29885 ज्यादा घरो में सोलर लगाना दिखाकर बड़ा घोटाला किया गया।
एक ही आधार कार्ड पर दो-दो सोलर सिस्टम दिखाकर रुपए उठा लिये गए। सांसद बेनीवाल ने कहा कि चूंकि केन्द्र की सौभाग्य योजना के अन्तर्गत ऐसे घरो में सोलर के जरिये बिजली पहुंचानी थी जहां बिजली तारो के जरीए नहीं पंहुचाई जा सकती। इसमें 60 प्रतिशत राशि केन्द्र सरकार व 30 प्रतिशत राशि बैंक लोन तथा 10 प्रतिशत राशि सम्बन्धित डिस्कॉम को वहन करनी होती थी। जबकी उपभोक्ताओं से दो से लेकर पांच हजार रूपये तक अवेध रूप से वसूले गए व जो सोलर सिस्टम जोधपुर डिस्कॉम में 28000 रूपये में खरीदा उसी सिस्टम को अजमेर डिस्कॉम ने 35100 रूपये में खरीदा। जो यह इंगित करता है कि किस प्रकार आदिवासी आंचल तथा गांव, गरीब की ढाणी को विद्युत से जोड़ने के नाम पर बहुत बड़ा वित्तीय घोटाला किया गया। बेनीवाल नेपूरे मामले की केंद्र के स्तर से जांच करवाकर इसकी सीबीआई में एफआईआर दर्ज करवाने की मांग की।