मुंबई : आगरा की टीचर हिमानी बुंदेला कौन बनेगा करोड़पति-13 (KBC) की पहली करोड़पति बन गई हैं। हिमानी बुंदेला के करोड़पति बनने वाले एपिसोड का 30 अगस्त को टेलीकास्ट होगा। खास बात ये है कि हिमानी ने एक हादसे में अपनी आंखों की रोशनी खो दी थी। इसके बावजूद उन्होंने साबित कर दिया कि अगर मजबूत इरादा और कुछ कर गुजरने की ख्वाहिश हो तो कुछ भी मुश्किल नहीं है।
बचपन का सपना जो अब साकार हुआ
हिमानी ने बताया कि रियालिटी शो देखना उन्हें बचपन से ही पसंद था। जब वे 9 साल की थीं, तब KBC का पहला सीजन आया था। वे लोगों को हॉट सीट पर अमिताभ बच्चन के सामने बैठे देखते थीं, तब से उनका सपना था कि वे भी अमिताभ बच्चन के सामने KBC में हॉट सीट पर बैठें।वे हमेशा घर में सबसे कहती थीं कि एक दिन उन्हें भी KBC में जाना है। वे घर पर अपने भाई-बहन के साथ सवाल-जवाब का खेल खेलती थीं। 21 साल बाद उनका यह सपना सच हुआ है। हिमानी की मां सरोज, बहन चेतना सिंह, भावना, पूजा और भाई रोहित सिंह बुंदेला हिमानी की कामयाबी को उनकी मेहनत का नतीजा मानते हैं।
KBC से कॉल आया तो भरोसा ही नहीं हुआ
हिमानी ने बताया कि वे KBC के पिछले 4 सीजन से लगातार पार्टिसिपेट करने के लिए रजिस्ट्रेशन कर रही थीं। इस बार अप्रैल के आखिरी सप्ताह में KBC की ओर से फोन आया। पहली बार तो उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ। उन्हें लगा कि कहीं कोई धोखाधड़ी तो नहीं कर रहा। ऐसे में उन्होंने एक दो बार तो कॉल काट दिया। हालांकि बाद में जब उन्होंने फोन पिक किया और बात की, तब उन्हें विश्वास हुआ कि KBC में उनका सिलेक्शन हो गया है। इसके बाद तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। जब वो KBC में अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठीं, तो उन्हें लगा कि सपना पूरा हो गया।
कुछ नया सीखकर जाऊंगी या कुछ जीतकर जाऊंगी
हिमानी ने सोनी टीवी के फेसबुक लाइव में शो से जुड़ी बातें शेयर की। उन्होंने बताया कि शो पर जब वह अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठीं तो वह पल उनके जीवन का सबसे यादगार पल था। उन्होंने बताया कि वह फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट में काफी नर्वस थीं। उनको पता था कि उनके साथ जो 9 प्रतिभागी थे, उनके पास उनसे ज्यादा लर्निंग सोर्स थे। वो कंप्यूटर स्क्रीन पर देखकर जवाब दे सकते थे। मगर, उनके मन में केवल ही बात चल रही थी कि उनके पास खोने को कुछ नहीं है। या तो यहां से कुछ नया सीख कर जाऊंगी या कुछ जीतकर।
आगरा में है शिक्षिका
हिमानी ने इस सच को स्वीकारा और अपने सपनों को हकीकत में बदलने के लिए आगे बढ़ना शुरू किया। आंखों की रोशनी जाने के बाद भी हिमानी ने पढ़ाई जारी रखी। उन्होंने ह्यूमिनिटीज से ग्रेजुएशन किया। इसके बाद डॉ. शकुंतला यूनिवर्सिटी से बीएड किया और इसी दौरान उनका सिलेक्शन आगरा के सेंट्रल स्कूल में हो गया।