जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं यह उम्मीद नहीं करता था कि वो राज्यों में पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध होने जैसा असत्य बयान देंगे। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा राज्यों पर मिस मैनेजमेंट का आरोप लगाना एक दम गलत है। सीएम गहलोत ने कहा कि राजस्थान सरकार ने केन्द्र सरकार की गाइडलाइंस का पालन करते हुए मेहनत कर प्रतिदिन वैक्सीनेशन की रफ्तार 5.81 लाख टीके प्रतिदिन तक पहुंचाई एवं देश में प्रथम स्थान पर पहुंचा।
गहलोत ने लिखा- केंद्र सरकार ने 10% वैक्सीन के खराब होने की छूट दी थी लेकिन राजस्थान में वैक्सीन के वेस्टेज का प्रतिशत सिर्फ 7% है। राजस्थान में पूरे देश में सर्वाधिक वैक्सीनेशन हुआ है। केन्द्र सरकार को यह मानने में कोई बुराई नहीं थी कि देश में वैक्सीन की उपलब्धता कम है और राज्य सरकारों को उसी के अनुसार वैक्सीनेशन का कार्यक्रम बनाना चाहिए।
मैं केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री @drharshvardhan जी से यह उम्मीद नहीं करता था कि वो ‘राज्यों में पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध होने’ जैसा असत्य बयान देंगे। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा राज्यों पर मिस मैनेजमेंट का आरोप लगाना एक दम गलत है।
1/4— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 15, 2021
वैक्सीन की नियमित आपूर्ति करने में विफल रही केन्द्र सरकार:
लेकिन केन्द्र सरकार राजस्थान, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, झारखंड, उत्तराखंड और असम में वैक्सीन की नियमित आपूर्ति करने में विफल रही है । जिसके कारण इन राज्यों में कई जगह वैक्सीनेशन सेंटर बंद करने पड़े हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि केन्द्रीय मंत्री कोरोना संक्रमण और वैक्सीनेशन पर गलतबयानी करने की बजाय आमजन के हित में सत्य सामने रखकर काम करेंगे। मेरा यह भी मानना है कि केन्द्र सरकार को इस बारे में गलतबयानी करने की जगह आधिकारिक तौर पर एडवायजरी जारी कर कहना चाहिए था कि वैक्सीन उपलब्ध होने में थोड़ा समय लगेगा जिससे भविष्य में लोगों में कन्फ्यूजन की स्थिति ना बने और लोगों का वैक्सीन में विश्वास बना रहे।