जयपुर। कोरोना महामारी की दूसरी लहर राजस्थान के लिए चिंताजनक साबित होती जा रही है। राज्य में करीब साढ़े 12 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हो गए हैं। प्रदेश में अभी 70 हजार कोरोना जांच रोजाना करने की क्षमता है। अब इसको बढ़ाकर एक लाख किया जाएगा। यह जानकारी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने दी। उन्होंने कहा कि इसके लिए तैयारी तेज कर दी है। हालांकि, प्रदेश में रोजाना करीब 35 से 36 हजार जांच हो रही हैं। प्रदेश में अब तक कुल 3 लाख 39 हजार से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।
फरवरी में एक दिन में 60 थे, अब 1700 से ज्यादा संक्रमित मिल रहे
रघु शर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि लोगों की लापरवाही के चलते फरवरी में जहां प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की रोजाना संख्या 60 के करीब आ रही थी। वहीं, आज यह संख्या 1700 को पार कर गई। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के बाद भी कोरोना होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। इसलिए जिन लोगों का वैक्सीनेशन हो गया उन्हें भी मास्क, दो गज की दूरी और बार-बार हाथ धोने जैसी सावधानियां नहीं छोड़नी चाहिए।
राज्य में 25 लाख डोज उपलब्ध, रोजाना 7 लाख लोगों को लगा सकते हैं वैक्सीन
मंत्री ने कहा कि सरकार ने सभी निजी चिकित्सालयों में सामान्य व आईसीयू के 10 प्रतिशत बेड आरक्षित रखने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं डेडिकेटेड कोविड सेन्टर की संख्या में भी बढ़ोतरी की तैयारियां की जा रही है। राजस्थान में अब तक 70 लाख से अधिक लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।
वैक्सीनेशन के लिए आयु सीमा हटानी चाहिए
डॉ. शर्मा ने कहा कि हमारी केन्द्र सरकार से मांग है कि वे कोरोना वैक्सीनेशन के लिए आयु सीमा को हटाएं, ताकि कम समय में अधिक लोगों का वैक्सीन लगाकर संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके। इसके अलावा कोरोना के नए वैरिएंट की जांच के लिए सभी सैम्पल दिल्ली भेजे जा रहे हैं। अब तक प्रदेश में नए वैरिएंट से सबंधित किसी भी मामले की सूचना दिल्ली से प्राप्त नहीं हुई है।