जयपुर। सहाड़ा सीट पर उपचुनाव में बगावत करके फिर दबाव में नामांकन वापस लेने वाले भाजपा के बागी लादूलाल पितलिया राजनीतिक हलकों में सबसे ज्यादा चर्चा के केंद्र में हैं। पितलिया से भाजपा ने नामांकन तो वापस करवा लिया लेकिन उनके समर्थकों और प्रभाव वाले वोटर्स को मनाना अब भी चुनौती बना हुआ है। भाजपा खेमे ने इसे देख डेमेज कंट्रोल की कवायद शुरु की है। डेमेज कंट्रोल की कवायद के तहत लादूलाल पितलिया ने सोमवार को चुनिंदा नेताओं के साथ जयपुर में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया से मुलाकात की है।
लादूलाल पितलिया को भाजपा के रणनीतिकार रात में ही जयपुर लेकर आ गए थे। सुबह पितलिया ने सतीश पूनिया के आवास पर पहुंचकर मुलाकात की। पूनिया के आवास पर हुई इस मुलाकात में पितलिया को चुनाव प्रचार में जुटने को कहा गया है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा है कि लादूलाल पितलिया पार्टी के लिए चुनाव कें काम करेंगे, उन्हें पूरा मान सम्मान दिया जाएगा।
पितलिया को भाजपा संगठन में पद देने की तैयारी
लादूलाल पितलिया प्रकरण से नुकसान न हो इसके लिए भाजपा हर स्तर पर डेमेज कंट्रोलज में लगी है। भाजपा पितलिया को संगठन में पद देने की तैयारी भी कर रही है।
प्रचार नहीं कर पाएंगे पितलिया
– घर चस्पा किया होम कवरन्टीन का नोटिस
लादूलाल पितलिया के घर 19 अप्रैल तक होम क्वारन्टीन रहने का नोटिस चस्पा कियागया हैं।
कांग्रेस ने पहले भाजपा पर दबाव बनाने का आरोप लगाया, पितलिया अब माने तो कांग्रेस सरकार का भी रुख बदला ।
राज्य के बाहर से आने पर आरटीपीसीआर निगेहिटव रिपोर्ट नहीं देने का हवाला दिया।
इधर पितलिया जयुपर में सतीश पूनिया से मिल रहे थे उधर होम क्वारन्टीन करा नोटिस चस्पा किया गया।
इस तरह सहाड़ा में अजब सियासत की गजब चाल देखने को मिल रही है। भाजपा से बगावत और फिर मानने के बाद लादूलाल पितलिया सियासी खींचतान के केंद्र बिंदु बन गए हैं।
पितलिया को राज्य के बाहर की यात्रा से वापसी पर आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट पेश नहीं करने पर 19 अप्रैल तक क्वारन्टीन रहने का नोटिस दिया गया है। होम क्वारन्टीन नहीं रहने पर महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करके कार्रवााई करने की चेतावनी दी गई है। इस नोटिस के बाद कायदे से पितलिया चुनाव प्रचार नहीं कर सकते। यह अलग बात है कि जिस वक्त पितलिया जयपुर में सतीश पूनिया से मुलाकात कर रहे थे, उसी वक्त भीलवाड़ा प्रशासन उनके घर पर क्वारन्टीन रहने का नोटिस चस्पा कर रहा था।
भाजपा ने चुनाव लड़ने से रोका, अब कांग्रेस सरकार ने प्रचार करने से
पितलिया को पहले भाजपा ने चुनाव नहीं लड़ने दिया और अब कांग्रेस सरकार ने प्रचार करने से रोक दिया है, कारण कोरोना गाइडलाइन को बनाया है। लादूलाल पितलिया पहले भाजपा से बागी खड़े हुए तो कांग्रेस को फायदा नजर आया, क्योंकि पिछले चुनाव में 30 हजार वोट लिए थे इसी वजह से भाजपा सहाड़ा से हार गई थी। कांग्रेस को इस बार भी यही उम्मीद थी लेकिन भाजपा ने दबाव नीति के जरिए लादूलाल पितलिया का नामांकन वापस करवा लिया। इस बीच लादूलाल पितलिया और भाजपा सचेतक के ऑडियो वायरल हुए जिनमें दबाव देकर नामांकन वापसी का जिक्र है। सीएम को लिखा पत्र भी वायरल हुआ जिसे पितलिया अब फर्जी बता रहे हैं। कांग्रेस को इस विवाद में अपना फायदा दिखा। आज सुबह घटनाक्रम घूमा, लादूलाल पितलिया ने यूटर्न लेते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया से मुलाकात कर सहाड़ा में पार्टी के लिए प्रचार करने की बात कही। कांग्रेस का गणित यहीं से बिगड़ता हुआ दिखा। इस बीच भीलवाड़ा प्रशासन ने आज पितलिया को क्वारन्टीन रहने का नोटिस दे दिया।
क्वारन्टीन नोटिस की टाइमिंग पर सवाल
लादूलाल पितलिया एक अप्रैल के आसपास बंगलौर जाकर आए थे, कोराना गाइडलांइस के मुताबिक उनकी आते ही आरटीपीसीआर रिपोर्ट नहीं होने पर उसी दिन क्वारन्टीन करना था, चार दिन बाद भीलवाडा जिला प्रशासन ने उनके घर नोटिस चस्पा किया है।
शोले के गब्बर हैं क्या अमित शाह-रघु शर्मा
चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधा। उन्होंने देश के गृहमंत्री अमित शाह को शोले फिल्म का गब्बर सिंह बताया और कहा की बीजेपी अमित शाह के नाम पर इन दिनों हर राज्य के चुनाव हो या सरकारें सभी को धमका रही हैं।
उन्होंने चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि आज सरेआम प्रत्याशियों को धमकाया जा रहा है। बीजेपी वालों के ऑडियो वायरल हो रहे हैं, लेकिन आयोग आंख बंद करके बैठा है।
शोले मूवी का डायलॉग मारते हुए शर्मा बोले कि 50 मील के एरिया में अगर कोई बच्चा रोता है तो उसकी मां कहती है सो जा बेटा गब्बर आ जाएगा। ये देश के गृहमंत्री हैं या गब्बर सिंह। बीजेपी ये तो बताए कि इनके नाम से इतना खौफ क्यों फैलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज जिनके कंधे पर देश के अमन-चैन, कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी है। उस चेहरे को आज गब्बर सिंह बना दिया है।
बीजेपी वालों को भी नहीं बक्श रहे…
शर्मा ने कहा कि अब तो ये बीजेपी वालों को ही नहीं बक्श रहे हैं। पितलिया इस बात का सबसे बड़ा उदाहरण हैं, जो खुद बीजेपी के हैं।