राजस्थान में कुंभलगढ़ जल्द बनेगा पांचवां टाइगर रिजर्व, अब NTCA की रिपोर्ट का इंतजार

उदयपुर : कुंभलगढ़ में टाइगर रिजर्व बनाने की कवायद तेज हाे गई है। नेशनल टाइगर रिजर्व कंजर्वेशन ऑथोरिटी (NTCA) ने कमेटी बनाई है। जिसमे कुंभलगढ़ वन्यजीव अभयारण्य में बाघाें के लिए उपयुक्त माहाैल है या नहीं इसका पता किया जाएगा। जाे कुंभलगढ़ सेंचुरी एरिया में टाइगर रिजर्व बनाने की संभावनाएं तलाशेगी। कमेटी काे 30 दिनाें में रिपार्ट देने काे कहा गया है।

किन किन बिन्दुओ पे जांच करेगी कमेटी

बता दें कि कुंभलगढ़ में टाइगर रिजर्व बनाने के लिए करीब 1200 वर्ग किमी का एरिया है। जिसमें कुंभलगढ़ औैर रावली टॉडगढ़ का वन्यजीव अभयारण्य का वन क्षेत्र आता है। जबकि रामगढ़ टाइगर रिजर्व के लिए करीब 800 वर्ग किमी का वन क्षेत्र है। NTCA की कमेटी जिन बिंदुओं पर कुंभलगढ़ में रिपाेर्ट तैयार करेगी। उसमें कुंभलगढ़ में मानव बस्ती की और अतिक्रमण नहीं होने के साथ ही शिकार और टाइगर रिजर्व प्लस प्वाइंट की जांच की जाएगी।

रामगढ़ से बेहतर स्थिति में​​​​​​​ कुंभलगढ़

रामगढ़ टाइगर रिजर्व का एरिया 800 वर्ग किमी है। जबकि कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व का एरिया 1200 वर्ग किमी है। इसके साथ ही कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व बनाने के लिए नहीं के बराबर लाेगाें का विस्थापन करन पड़ेगा। अभयारण्य क्षेत्र में करीब 30 से 35 परिवार रहते हैं जाे भी छितरे एरिया में फैले हुए हैं। इसके साथ ही रामगढ़ टाइगर रिजर्व बनाने के लिए 8 गांवाें का विस्थापन किया जाएगा। इसके साथ ही वन क्षेत्र के लिए प्रे-बेस बनाया जाएगा।

कुंभलगढ़ टूरिज्म सर्किट के बीच में स्थित

कुंभलगढ़ में पहले से टूरिज्म सर्किट माैजूद है। कुंभलगढ़ के पास में उदयपुर, रणकपुर, नाथद्वारा, राजसमंद आदि पर्यटन स्थल हैं। जहां देश-विदेश से लाखाें की संख्या में पर्यटक आते हैं। जबकि रामगढ़ टाइगर रिजर्व में टूरिज्म सर्किट बनाना पड़ेगा।

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