उदयपुर। कानोड़ नगर पालिका में कांग्रेस पार्षद पति द्वारा शहरी नरेगा के जेटीए के साथ मारपीट के मामले में सोमवार को जनता सेना संरक्षक व पूर्व विधायक रणधीर सिंह भीण्डर के नेतृत्व में प्रतिनिधि मण्डल ने उदयपुर जिलाधीश अरविंद पोसवाल व पुलिस अधीक्षक भुवन भुषण यादव को ज्ञापन सौंपा। जनता सेना के प्रतिनिधि मण्डल ने कानोड़ नगर पालिका मामले में केवल पार्षद पति अल्ताफ बागवान की गिरफ्तारी तक ही मामला नहीं रोक करके पालिका में फैले हुए भ्रष्ट्राचार की जांच एवं जिन फाइलों को लेकर मारपीट की गई, उनका जनता के सामने खुलासा करने की मांग रखी। वहीं मनोनीत पार्षद सुशीला टेलर के खिलाफ भी कार्यवाही की मांग रखी।
ज्ञापन में बताया कि 28 जुलाई को कानोड़ नगरपालिका के जेटीए जयराम मीणा को कांग्रेस पार्षद के पति अल्ताफ बागवान ने मारपीट कर दक्ष कंस्ट्रक्शन के फर्जी बिलों पर हस्ताक्षर करने का दबाव बनाया था जिसके विरुद्ध जनता सेना के पार्षदों व कार्यकर्ताओं ने नगरपालिका का घेराव किया था। जनता की मांग पर उपअधीक्षक वल्लभनगर ने मुल्जिम को डिटेन भी किया था किन्तु विधायक के दबाव में उसे कुछ ही देर में छोड़ दिया था।
हालांकि अगले दिन पुलिस ने उक्त आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन भ्रष्ट्रचार की जांच भी की जाएं। क्योंकि ये वहीं व्यक्ति है जिसने पिछले साल नगरपालिका के लाखों रुपये के पेड़ बेचकर भ्रष्टाचार किया था जिसकी शिकायत कानोड़ थाने में भी की गई थी परन्तु उस पर भी आज तक सत्तारूढ़ पार्टी का कार्यकर्ता होने के कारण कोई कार्यवाही नहीं हुई। उसके बाद कल की घटना हुई जिससे लगता है कि प्रशासन पूरी तरह से विधायक के दबाव में इस भ्रष्टाचारी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं करना चाहती।
इसी तरह से मनोनीत पार्षद सुशीला टेलर के खेत पर नरेगा कर्मियों से काम कराये जाने का मामला भी उजागर हुआ था। कांग्रेस के निर्वाचित चेयरमेन व उप चेयरमेन पहले ही भ्रष्टाचार में ट्रेप हो चुके हैं। इस सम्पूर्ण प्रकरण की जाँच कर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाये व सुशीला टेलर के खिलाफ भी कार्यवाही करें अन्यथा मजबूरन जनता सेना को आन्दोलन पर उतरना पड़ेगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन व राज्य सरकार की होगी। इस दौरान कानोड़ नगर पालिका पार्षद पारस नागौरी, प्रकाश लक्षकार आदि उपस्थित थे।