जयपुर। महात्मा ज्योति राव फुले विश्वविद्यालय जयपुर की ओर से सोमवार को ‘अर्ली आइडेंटिफिकेशन, इंटरवेंशन एंड स्ट्रेटेजीज फ़ॉर आर्बिट्रेशन इन स्पेशल एजुकेशन’ विषय पर नेशनल सेमिनार का आयोजन किया गया। झालाना डूंगरी स्थित राजस्थान इंटरनेशनल सेन्टर में आयोजित सेमिनार में देशभर के विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रसिद्ध मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. शिव गौत्तम ने किया। एमजेआरपी यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन निर्मल पंवार ने बताया कि विश्वविद्यालय के स्पेशल एजुकेशन डिपार्टमेंट की ओर से आयोजित सेमिनार में विशेषज्ञों ने स्पेशल शिक्षा में प्रारंभिक पहचान, हस्तक्षेप और रणनीतियों पर मंथन किया। इस अवसर पर एमजेआरपी यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन निर्मल पंवार ने अतिथियों का बुके भेंट कर स्वागत किया।
सेमिनार के पहले सत्र को प्रसिद्ध मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. शिव गौत्तम, एम्स जोधपुर के प्रोफेसर नियोनेटोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. अरुण सिंह, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ विजुअली हैंडीकैप्ड के पूर्व निदेशक डॉ. हिमांगशु दास, जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनौपचारिक शिक्षा विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मोहम्मद फैजुल्लाह खान ने अपने विचार व्यक्त किए। सेमिनार के दूसरे सत्र को सृष्टि बाल विकास एवं शिक्षण संस्थान, नई दिल्ली के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. राजीव नंदी, टीआरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, उज्जैन की सीजीसी बाल मनोवैज्ञानिक डॉ. वंदना पाटिल और राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी, पांडिचेरी के निदेशक डॉ. नंधा कुमार पूजम ने संबोधित किया। नेशनल सेमिनार में स्पेशल एजुकेशन, स्पीच थैरेपी, व्यवहारात्मक समस्याओं के निवारण की विधियां, वोकेशनल ट्रैनिंग समेत विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञों ने विचार-विमर्श किया।
देशभर के स्टूडेंट्स ने किया रजिस्ट्रेशन
सेमिनार में राजस्थान, हरियाणा, मध्यप्रदेश, गुजरात, हिमाचल समेत विभिन्न राज्यों के स्टूडेंट्स, शोधार्थी और फेकल्टी मैंबर्स ने पार्टिसिपेंट किया। सेमिनार में करीब 250 रजिस्ट्रेशन किए गए। संचालन बॉयोटेक्नोलॉजी की फैकल्टी पारूल रांका ने किया।