श्रीगंगानगर। लगातार बढ़ते जा रहे कैंसर के रोगियों के ईलाज के लिये केंद्र व हरियाणा सरकार द्वारा रोहतक जिले में झज्जर के बाढ़सा गांव में बनाये गये अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निकट दानदाताओं के सहयोग से एक धर्मशाला बनाये जाने की बेहद जरूरत महसूस की जा रही हैं। वरिष्ठ पत्राकार व उत्तर पश्चिम रेलवे की जेडआरयूसीसी के सदस्य भीम शर्मा ने इस परेशानी को समझते हुए मीडिया के माध्यम से हरियाणा व अन्य जगहों के दानदाताओं, भामाशाहों व अन्य समाजसेवियों तक इस बात को पहुंचाने का प्रयास किया हैं, जिससे धर्मशाला बनाने की बात सिरे चढ़ सके। भीम शर्मा के अनुसार अगर यह प्रयास सफल हो गया तो इसका श्रेय श्रीगंगानगर को मिलेगा। इस सम्बन्द्ध में श्रीगंगानगर के दानदाताओं, भामाशाहों, समाजसेवियों, विभिन्न समाज के पदाधिकारियों से भी सम्पर्क किया जायेगा जो ये बात हरियाणा के दानदाताओं तक पहुंचाने में अपना योगदान दे सकें। इसके अलावा रोहतक के सांसद डॉ. अरविन्द शर्मा से भी सम्पर्क किया जायेगा।
शर्मा ने बताया कि उक्त लोकेशन के बड़े भू भाग पर बने इस एम्स में कैंसर रोगियों का ही ईलाज होता हैं। सम्भवतः यह देश का पहला औऱ वर्तमान में एकमात्रा एम्स हैं जहां कैंसर का ही इलाज़ होता हैं। विगत 12 फरबरी 2019 को प्रधानमंत्राी नरेन्द्र मोदी ने अपने कर कमलों से उद्घाटन कर यह ‘‘राष्ट्रीय कैंसर संस्थान‘‘ राष्ट्र को समर्पित किया था। अति आधुनिक सुख-सुविधाओं से लैस इस अस्पताल में रोगियों के लिये तो सभी प्रकार की सुख-सुविधाएं हैं, लेकिन रोगियों के साथ आने वालों के ठहरने के लिये एम्स कैम्पस के भीतर एकमात्रा ‘‘इंफोसिस फाउंडेशन विश्राम सदन‘‘ बना हुआ है। इस सदन में केवल एक ही व्यक्ति का पास बनाया जाता हैं जिसमे केवल वही रह सकता हैं। बाकी किसी भी सदस्य के रुकने की दूर-दूर तक कोई व्यवस्था नही हैं।
ऐसी हालत में रोगी की देखभाल के लिये साथ आने वालों को भारी परेशानी उठानी पड़ती हैं। यहाँ दूर-दूर से इलाज़ के लिये रोगी आते हैं। रोगी के साथ उसकी देखभाल के लिये एक या उससे ज्यादा परिवारजनों का आना भी स्वाभाविक हैं। ऐसी स्थ्ति में जब उनको रुकने के लिये कोई सुविधा न मिले तो इन लोगो के साथ क्या बीतती हैं इसकी पीड़ा का अंदाजा वही लोग लगा सकते है। शर्मा के अनुसार यहाँ एक ऐसी धर्मशाला की तत्काल आवश्यकता हैं जिसमे उचित रेट पर ठहरने के लिये कमरों, भोजनशाला व वाहन पार्किंग की व्यवस्था हो। उन्होंने सभी से अपील की हैं कि इस नेक कार्य के लिये आगे आकर सहयोग करें। इस सम्बंध में मो न. 94615-50078 पर सम्पर्क कर इस एम्स की लोकेशन इत्यादि की जानकारी के लिये सहयोग लिया जा सकता हैं।