जयपुर : गहलोत सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए फिलहाल स्कूलों में बच्चों को बुलाने का फैसला टाल दिया है। बुधवार को हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में स्कूल खोलने पर कोई चर्चा ही नहीं हुई। शिक्षा विभाग ने पहले फेज में 9 वीं से 12 वीं तक के बच्चों के स्कूल खोलकर क्लासरूम में पढ़ाई शुरू करने का प्रस्ताव तैयार किया था। इस प्रस्ताव को फिलहाल रोक दिया गया है। यह प्रस्ताव फिलहाल शिक्षा विभाग के पास ही है। सरकार ने एक्सपर्ट की राय के बाद तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए स्कूल कॉलेज खोलने पर एकबार आगे के लिए फैसला टाल दिया।
20 जुलाई के बाद रिव्यू कर सकती है गहलोत सरकार
स्कूल-कॉलेजों में ऑफलाइन पढ़ाई शुरू करवाने पर भी सरकार अभी फैसला नहीं करेगी। 20 जुलाई के बाद सरकार इस मामले को लेकर एक बार रिव्यू कर सकती है, इस रिव्यू के बाद ही स्कूल खोलने या नहीं खोलने पर कोई फैसला होगा।
गरीब परिवारों से संबंध स्टूडेंट नहीं कर पा रहे ऑनलाइन पढाई
कोरोना काल में स्कूलों में वर्चुअल क्लास के जरिए पढ़ाई हो रही है लेकिन दूर दराज के इलाकों में इंटरनेट स्पीड नहीं मिलने से परेशानी हो रही है। गरीब परिवारों से संबंध रखने वाले बच्चों के पास लैपटॉप, स्मार्टफोन नहीं है, इसलिए भी बहुत से बच्चे पढ़ाई से वंचित हो रहे हैं। निजी स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई चल रही है लेकिन सरकारी स्कूलों में बहुत कम यह सुविधा है।