अलवर : राजस्थान में बारिश का दौर लगातार जारी है। पिछले 24 घंटे के दौरान तीन जिलाें टोंक, सवाई माधोपुर, अजमेर में तेज बारिश हुई। सोमवार को अलवर में मकान ढहने से भाई-बहन की मौत हो गई। अलवर में थानागाजी के हरनेर भांगडोली गांव में सोमवार सुबह 10 बजे मकान ढहने से परिवार के 6 लोग दब गए। हादसे में भाई-बहन की मौत हो गई और 2 महिलाओं समेत 4 गंभीर घायल हो गए। मरने वाले भाई-बहन अपनी मौसी के यहां आए हुए थे। वे काेटपूतली के पास प्रागपुरा के रहने वाले थे। पड़ोसियों ने बताया कि सुबह 10 बजे के आसपास बारिश हो रही थी। तभी अचानक मिस्त्री संतोष का मकान भरभराकर गिर गया। एक ही कमरा था। वह भी आधा अधूरा-पहाड़ी की तलहटी में बना हुआ था।
पड़ोसियों ने बताया कि सुबह 10 बजे के आसपास बारिश हो रही थी। तभी अचानक हरनेर गांव निवासी मिस्त्री संतोष के घर का कमरा गिर गया। एक ही कमरा था। वह भी आधा अधूरा पहाड़ी की तलहटी में बना हुआ था। उस समय कमरे में 4 बच्चे व दो महिलाएं थी। सब मलबे में दब गए। आसपास के लोग आवाज सुनकर आए। उनको बाहर निकाला। अस्पताल लेकर गए। प्रागपुरा से हरनेर में अपनी मौसी के यहां नितिन उर्फ गोलू 6 साल व शालू 2 साल की मौत हो गई। मां सीमा देवी घायल है। जिनके सिर में चोट है। घर में संतोष की पत्नी व उसका बेटा दिलखुश व एक छोटी बेटी थे। ये तीनों भी घायल हुए हैं। घायलों का अलवर व जयपुर के अस्पताल में इलाज जारी है।
संतोष के 3 बेटियां व 1 बेटा है। दो बेटी स्कूल गई थी। वरना यह हादसा और बड़ा हो सकता था। घर में मां-बेटा थे। इसके अलावा प्रागपुरा से अपनी बहन के पास आई सीमा व उसके बच्चे नितिन व शालू थे। कमरा का पटाव टूटा। फिर दीवार भी गिर गई। इसके मलबे में 6 लोग दब गए।
पार्षद अस्पताल लेकर गया
घटना का पता लगते ही पार्षद राकेशपांचाल मौके पर आया। सभी को अस्पताल लेकर गया। अस्पताल में नितिन व ज्योति को मृत घोषित कर दिया। सीमा, संतोष व दिलखुश का इलाज जारी है। इस दर्दनाक हादसे से गांव में मायूसी छा गई। परिवार में कोई बड़ा आदमी घर नहीं था। संतोष खुद चिनाई काम करता है। इन दिनों पावटा में काम में लगा हुआ है। घटना का पता लगने के बाद वह अस्पताल पहुंचा है। वहीं प्रागपुरा से मृतक बच्चों के परिजन भी आए हैं। बेहद गरीब परिवार है। केवल मजदूरी कर आजीविका चलती है।