उदयपुर। पेसिफिक मेडिकल विश्वविधालय के पेसिफिक कॉलेज ऑफ फिजियोथैरेपी की ओर से एडवांस ड्राई नीडलिंग थैरेपी पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में न्यरो-मसक्यूलोस्केलेटल तकनीक के फाउण्डर डॉ.वर्धमान जैन द्वारा फिजियोथैरेपी के विद्यार्थियों को एडवांस ड्राई नीडलिंग थैरेपी के बारे में प्रेक्टिकल जानकारी दी। डॉ.जैन ने बताया कि नीडल थेरेपी मसल्स पेन को दूर करने के सबसे इफेक्टिव थेरेपी में से एक है। इस थैरेपी में प्रभावी जगह में छोटी सुईयों को ट्रिगर पॉइंट पर चुभाकर ट्रीटमेंट दिया जाता है। ये थैरेपी मसल्स पेन से राहत देने के अलावा शरीर की फ्लेक्सबििलटी को बढ़ाता है, इसके अलावा ये जॉइंट की रेंज में मोशन को बढ़ाता है और ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है और स्टिफनेस को कम करता है।
इस दौरान पीएमसीएच के चेयरपर्सन राहुल अग्रवाल एवं सीईओ शरद कोठारी ने बताया कि काॅलेज में फिजियोथैरेपी के एडवाॅन्स सेन्टर शुरू किया गया है। जिसके द्वारा समय समय पर फिजियोथैरेपी के विधार्थीयो के लिए नई तकनीको को सिखाने के लिए इस तरह की कार्यशाला आयोजित कराई जाएगी। बर्कशाॅप के इस अवसर पर पेसिफिक कॉलेज ऑफ फिजियोथैरेपी के डीन डाॅ.जफर खान ने सभी का स्वागत करते हुए फिजियोथैरेपी द्वारा मेडिकल के विभिन्न क्षेत्रों में किए जा रहे उपचार की नई विधाओ के बारे में जानकारी दी। इस वर्कशॉप में पेन मैनेजमेंट के साथ-साथ ट्रिगर प्वाइंट की जानकारी भी दी गई।
डाॅ.जफर खान ने बताया कि ड्राई नीडलिंग एक आधुनिक इनवेसिव थेरेपी है जो मुख्य रूप से मायोफेसियल को फोकस करके दर्द प्रबंधन, मांसपेशियों में खिंचाव का इलाज किया जाता है। ये प्रक्रिया प्रभावित क्षेत्र या शरीर के ट्रिगर पॉइंट में कई छोटी सुइयों को चुभाकर की जाती है। इस अवसर पर फिजियोथैरेपी कॉलेज के डाॅ.दीपक लोहार, डाॅ.अभिषेक अरोड़ा, डाॅ.आदिल रजा अंसारी,डाॅ.जयेश जोशी,डाॅ.सोनम सोनी,डाॅ.रेणुका पाल, डाॅ.इशरत,डाॅ.विवेक मेनारिया एवं डाॅ.सपना सहित अन्य फैकल्टी उपस्थित रही।