भरतपुर: शतरंज एक ऐसा खेल है जिसमें भरपूर बुद्धि का उपयोग होता है और खेल में जितना अधिक अपने मस्तिष्क का उपयोग करेंगे उतना ही अधिक हमारे मस्तिष्क का विकास होता है। बच्चों को यह खेल जरूर खेलना चाहिये साथ ही शिविर से जो सीखा उसे जीवन का हिस्सा बनांना होगा तभी शिविर में भाग लेने की सार्थकता है – कांग्रेस समाजसेविका व पार्षद रेनू गोरावर ( मुख्य अतिथि )
शतरंज एक रोचक व मानसिक व्यायाम का खेल है और हमारे बौद्धिक विकास में यह अहम भूमिका निभाता है। छात्रों की बुद्धि को तेज करने और जीवन पथ पर चुनौतियों का सामना करने के लिए राज्य सरकार शतरंज को एक विषय के रूप में शामिल करने पर विचार करना चाहिए – पवन पाराशर (आयोजक)
फ्यूचर पॉइन्ट इंस्टिट्यूट, जयंती नगर में मानसिक कसरत का परिचय देते पांच दिवसीय शतरंज प्रशिक्षण शिविर कांग्रेस समाजसेविका व 4 बार से अनवरत पार्षद रेनू गोरावर के मुख्य अतिथि में पुरस्कार वितरण के साथ संपन्न हुआ। शिविर समापन अवसर पर शिविर में भाग लेने वाले बच्चो की ओपन शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में मानसिक कसरत कर प्रयोग करते हुए प्रथम स्थान दीपक शर्मा, दूसरा स्थान जोएब एवं तीसरे स्थान सोएब ने प्राप्त किया।
इसी कड़ी में शतरंज खेल को जानो प्रश्न प्रतियोगिता आयोजित की गयी जिसमे प्रथम स्थान का ख़िताब सागर सोनी दूसरा स्थान का ख़िताब लोकेन्द्र शर्मा एवं तीसरे स्थान का ख़िताब अकुंश श्रीवास्तव ने प्राप्त किया और महिला वर्ग में विशेष पुरुस्कार ओजस्वी अग्रवाल व पलक सोनी को दिया गया। विशेष प्रतिभावान खिलाड़ी का खिताव अर्थ बंसल तुसार सैन, रजत कुमार, आर्यन शर्मा को दिया गया सबसे कम उम्र शतरंज प्रशिक्षिण प्राप्तकर्ता का पुरस्कार कार्तिक शर्मा को दिया गया और विशेष सहयोग के लिए कल्पना पाठक व आकांक्षा श्रीवास्तव को सम्मानित किया गया।
यह 12 वा निशुल्क पांच दिवसीय शतरंज प्रशिक्षण शिविर था जिसका आयोजन 6 से 10 मई 2023 तक किया गया। शिविर में बच्चो का जोश देखने लायक रहा साथ ही राज्यस्तरीय खिलाड़ीयो द्वारा शतरंज खेल की बारिकयो से उपस्थितजनो को अवगत करायाे एवं शतरंज खेल की अध्ययन सामग्री निःशुल्क वितरित गयी। संस्था निर्देशक व आयोजक पवन पाराशर ने बताया इस बौद्धिक खेल की जटिलता के कारण अधिकतर लोग इसे नहीं खेलते हैं इसलिए गत 12 वर्षो से निःशुल्क शिविर का आयोजन कर शतरंज खेल में आमजन में रूचि जाग्रत करने भागीरथ प्रयास किया जा रहा है आगे भी यह अनवरत जारी रहेगा।
इस अवसर पर संस्था निर्देशक पवन पाराशर, मार्गदर्शक हेमलता, तकनीकी एक्सपर्ट चिराग शर्मा , आदित्या शर्मा, गोविन्द कुमार, महक सिंघल, रूचि शर्मा, मयंक सिंघल, नमन सारस्वत, सौरभ शर्मा, ध्रुब माथुर, आयुष भटनागर, मुजव्विर खान, रिंकी खंडेलवाल, ,प्रति शर्मा, ओजोस जिंदल आदि गवाह बने आभार संस्था कोर्डिनेटर कमलेश पाराशर ने जताया।