जयपुर : राज्य के बीकानेर-जोधपुर व बीकानेर-जैसलमेर क्षेत्र में करीब 3339 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में ऑयल इंडिया द्वारा खनिज तेल और प्राकृतिक गैस की खोज की जाएगी। अतिरिक्त मुख्य सचिव माइन्स एवं पेट्रोलियम डाॅ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि इसके लिए ऑयल इंडिया कंपनी को जैसलमेर एवं बीकानेर नागौर बेसिन में 3 प्लस एक चार साल के लिए दो ब्लाॅक आवंटित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि क्रूड ऑयल व प्राकृतिक गैस खोज के यह दोनों लाइसेंस केन्द्र सरकार के पेट्रोलियम एवं गैस मंत्रालय की अनुशंषा पर जारी किए गए हैं।
एसीएस डाॅ. अग्रवाल ने बताया कि राज्य सरकार ने ऑयल इण्डिया को बीकानेर-जोधपुर में 1520.08 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में आरजे ओएनएचपी 2019/2 ब्लाॅक क्रूड ऑयल एवं प्राकृतिक गैस की खोज के लिए आवंटित किया है। वहीं बीकानेर-जैसलमेर क्षेत्र में 1819.48 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में आरजे ओएनएचपी 2019/3 ब्लाॅक क्रूड ऑयल व प्राकृतिक गैस की खोज के लिए आवंटित किया है।
10 प्रतिशत की दर से राजस्व मिलेगा
डाॅ. अग्रवाल ने बताया कि ऑयल इंडिया इस क्षेत्र में खनिज तेल एवं प्राकृतिक गैस की खोज पर करीब 95 करोड़ रु. का निवेश करेगी और करीब 250 लोगों को प्रत्यक्ष व लगभग एक हजार लोगो को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। साथ ही उत्पादन आरंभ होने पर खनिज तेल के उत्पादन पर 12.5 प्रतिशत और प्राकृतिक गैस के उत्पादन पर 10 प्रतिशत की दर से प्रदेश को राजस्व प्राप्ति होगी।
डाॅ. सुबोध ने बताया कि राज्य में क्रूड ऑयल व प्राकृतिक गैस के दोहन के लिए 13 लाइसेंस जारी किए हुए हैं जिसमें वेदांता को 2, ओएनजीसी को 9 व बीपीआरएल के पास 2 लाइसेंस जारी किए हुए हैं और इन पर उत्पादन कार्य हो रहा है। वहीं राज्य में पेट्रोलियम खोज के पहले से 14 लाइसेंस जारी कर खोज कार्य किया जा रहा है। इनमें वेदांता को 9, ओएनजीसी को 2 और ऑयल इंडिया को 2 लाइसेंस पहले से जारी हैं और अब ऑयल इंडिया को दो नए ब्लॉकों में खोज कार्य के लिए प्रोसपेक्टिव एक्सप्लोरेशन लाइसेंस जारी किए गए हैं।