जोधपुर : राजस्व मंत्री रामलाल जाट को हनीट्रैप में फंसाने की साजिश में जोधपुर की महिला मॉडल को उदयपुर की ब्यूटीशियन दीपाली ने फंसाया था। दीपाली ने मॉडल को पहले विश्वास में लिया, उदयपुर में 15 दिन का शूट भी कराया और फिर गलत काम का दबाव बनाने लगी। इस मॉडल को सेक्स स्कैंडल के लिए रिपोर्टर बनाकर मंत्री के पास भेजने की साजिश रची गई थी। हनीट्रैप की कोशिश में गिरफ्तार अक्षत उर्फ सागर उर्फ चिनू उर्फ नितिन शर्मा अपने आप को पत्रकार और लाइजनर बताता था। रिपोर्टर बनाने की आड़ में लड़कियों को फंसाने का काम करता था। आरोपी के खिलाफ पहले 2016 और 2019 में हनीट्रैप के मामले दर्ज हो चुके हैं।
2016 में जयपुर में हनीट्रैप का मामला सामने आने के बाद 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इसमें अक्षत मास्टरमाइंड था और जेल गया था। अक्षत और दीपाली मिलकर गैंग चलाते हैं। इस मामले में मॉडल ने पुलिस को और भी नाम बताए हैं। पुलिस उनको पकड़ने के लिए दबिश दे रही है। इधर, मॉडल की हालत में सुधार है। उसे बचाने के लिए शहरवासी भी आगे आ रहे हैं। मंगलवार को 30 यूनिट ब्लड की जरूरत थी। इस पर 29 लोगों ने ब्लड डोनेट किया।
जयपुर में बिछाया जाल
पुलिस जिस महिला को पकड़ कर लाई, वह उदयपुर में ब्यूटीशियन है। मॉडल कुछ महीने पहले पहले एक शूट पर जयपुर गई थी। शूट पर उसकी पहचान ब्यूटीशियन दीपाली से हुई। ब्यूटीशियन ने विश्वास में लेकर उसे उदयपुर बुलाया और गलत काम करने का दबाव बनाया। मॉडल ने इससे इनकार किया तो उसने उसे ब्लैकमेल किया और इस दबाव में मॉडल ने जोधपुर आकर सुसाइड की कोशिश की।
उदयपुर में शूट करवा विश्वास में लिया
पुलिस ने उदयपुर से तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें दो महिलाएं व एक पुरुष हैं। इनमें से दो नाम ही सामने आए हैं, एक दीपाली व दूसरा अक्षत शर्मा का। जयपुर में हुए एक शूट में दीपाली ने मॉडल का मेकअप किया था। दीपावली के बाद उसे एक शूट के लिए उदयपुर बुलाया। करीब 5 लड़कियों को 15 दिन तक उदयपुर रखा। शूट के बाद अच्छा पेमेंट भी दिलवाया। इस पर मॉडल को ब्यूटीशियन पर विश्वास हो गया। जनवरी में साड़ी और ज्वेलरी का शूट करवाने के लिए मॉडल को बुलाया था। कुछ दिन उदयपुर रहने के बाद वह उसे भीलवाड़ा ले गई थी। वहां उसे सर्किट हाउस के सामने होटल में रुकवाया था। यहां पर मंत्री को हनीट्रैप में फंसाने की साजिश रची।
मजिस्ट्रेट ने लिए बयान
इस मामले में मंगलवार को मजिस्ट्रेट ने मॉडल के बयान लिए। मजिस्ट्रेट के बयान और पुलिस के बयान को मैच करवाने के बाद आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा। बताया जा रहा है कि पुलिस ने इनके पास से गाड़ी जब्त की वह भी जयपुर नम्बर की है।