कोटा : पटवारी भर्ती परीक्षा में डमी कैंडिडेट बैठाने के मामले में गिरोह के सरगना समेत 4 लोगों को कोटा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जाँच में परीक्षा में डमी कैंडिडेट बिठाने वाले गिरोह का सरगना कोटा सेटलमेंट ऑफिस में एलडीसी हनुमान मीणा निकला है। हनुमान मीणा मूल रूप से अलीगढ़ टोंक का निवासी है। जो कोटा में स्वराज एनक्लेव बोरखेड़ा में रहता है। पुलिस ने मोहनलाल के साथी अशोक विश्नोई निवासी चिमड़ा जिला जालोर और बाबूलाल विश्नोई निवासी सोमारडी जिला बाड़मेर से गिरफ्तार किया है।
आरकेपुरम थाना CI रमेश कुमार ने बताया कि शनिवार को पटवारी भर्ती परीक्षा की दोनों पारियों में मुन्ना भाई गिरोह के 4 लोगों को पकड़ा था। इनमें 3 डमी और 1 मूल अभ्यर्थी था। साथ ही 6 लोगों को हिरासत में लिया था। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि सेटलमेंट का बाबू हनुमान मीणा गिरोह का मुख्य सरगना है, जो मानकी जिला बाड़मेर निवासी टीचर दोस्त मोहन लाल के साथ मिलकर गैंग चलाता था। इसमें हनुमान का भाई जितेंद्र मीणा, मोहनलाल का दोस्त अशोक विश्नोई, बाबूलाल,नरेश विश्नोई ,सुरेश विश्नोई सहयोग करते थे। बाबूलाल सेड़वा जिला जालोर में थर्ड ग्रेड टीचर है।
कमजोर उम्मीदवार को ढूंढ 8 लाख में करते थे सौदा
गिरोह के सदस्य कमजोर अभ्यर्थियों को तलाशते थे। फिर परीक्षा में चयन करवाने के बदले 8 लाख रुपए लेते थे। गिरोह के सदस्य ऐसे अभ्यर्थियों को ढूंढते थे, जो प्रतियोगी परीक्षा में चयन के लिए मोटी रकम देने के लिए तैयार रहते हो। गिरोह के सदस्य पेशेवर अंदाज में फर्जी अभ्यर्थियों को मूल अभ्यर्थी से सम्बन्धित सारी जानकारी उपलब्ध कराते। फिर एडमिट कार्ड में मूल अभ्यर्थी के फोटो से छेड़छाड़ कर फर्जी अभ्यर्थी से मिलान करवाते। फर्जी आईडी तैयार करवाकर उन्हें प्रतियोगी परीक्षा में बिठाते।