जयपुर। रीट पेपर लीक के बाद अब राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने RAS मुख्य परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका जताते हुए सरकार को घेरा है। मीणा ने आरोप लगाया है कि RAS मुख्य परीक्षा का सिलेबस साजिश के तहत बदला गया है। रीट पेपर लीक से भी बड़ा यह घोटाला साबित होगा। मीणा ने कहा है कि परीक्षा अधिसूचना के समय जो सिलेबस बनता है उसे बीच में नहीं बदल सकते। यह सिलेबस अधिसूचना के बाद बदला गया है। हाइकोर्ट के आदेशों का उल्लंघन है।
किरोड़ी मीणा ने आरोप लगाया कि महात्मा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ गवर्नेंस एंड सोशल साइंस संस्थान के अध्यक्ष प्रोफेसर बीएम शर्मा पूर्व आरपीएससी चेयरमैन रहे हैं। अभी महात्मा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ गवर्नेंस एंड सोशल साइंस संस्थान के अध्यक्ष होते हुए भी कोचिंग चला रहे हैं। यह गैरकानूनी है। मीणा ने आरोप लगाया कि RASमुख्य परीक्षा का सिलेबस प्रोफेसर बी.एम. शर्मा और राजीव गांधी स्टडी सर्कल के लोगों ने मनचाहे तरीके से तैयार कराया है। प्रोफेसर बी.एम. शर्मा और राजीव गांधी स्टडी सर्कल की मंडली ने परीक्षा के अति निकट मिलकर आरएएस मुख्य परीक्षा के सिलेबस में बदलाव कराया है। अपने लोगों को फायदा पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि सिलेबस में वही मेटर रखा गया है जो इस कोचिंग सेंटर पर पढ़ा रहे हैं, ताकि लेनदेन कर आरपीएससी में ज्यादा से ज्यादा अपने लोगों का चयन कराया जा सके। किरोड़ी मीणा ने कहा है कि धरना देने वाले अभ्यर्थी की मांग शत-प्रतिशत सही है। उनकी मांग के अनुसार परीक्षा की तिथि बढ़ाई जाए जिससे एक और बड़े घोटाले से बचा जा सके।
सरकार ने कैसे दिए 100 करोड़
महात्मा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ गवर्नेंस एंड सोशल साइंस को चलाने के लिए सरकार ने करीबन 100 करोड रुपए का प्रशासनिक आदेश प्रदान कर दिए जिसका विधानसभा में कोई एक्ट नहीं लाया गया ना ही अध्यादेश जारी किया गया और इतनी बड़ी रकम को लेकर संस्था में गबन किया जा रहा। इस गबन में राजीव गांधी स्टडी सर्कल के पदाधिकारी भी शामिल है। इसके अलावा प्रोफेसर बी.एम. शर्मा जो महात्मा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ गवर्नेंस एंड सोशल साइंस के अध्यक्ष हैं। इस समय फ्रेंड्स कॉलोनी नियर प्रदेश होटल लाल कोठी स्थित अपने बंगले पर कोचिंग सेंटर चला रहें है, जिसने आरएएस सहित अन्य परीक्षाओं की तैयारी करवाई जाती है। प्रोफेसर बी.एम. शर्मा और राजीव गांधी स्टडी सर्कल के लोगों द्वारा मधुबन कॉलोनी किसान मार्ग जयपुर में एक और टारगेट सिविल कोचिंग सेंटर चलाया जा रहा है।