करौली: करौली शहर में शनिवार को हिंदूवादी संगठनों की बाइक रैली पर पथराव के बाद हुए उपद्रव के कारण रविवार सुबह से सन्नाटा पसरा हुआ है। कर्फ्यू के कारण लोग घरों में ही दुबके हैं। वहीं, चारों और पुलिस ही पुलिस नजर आ रही है। दो समुदायों में हुए तनाव का असर लोगों की जिंदगी पर साफ नजर आ रहा है। शहर में 4 अप्रैल तक कर्फ्यू लगाया गया है। दिन में पत्थरबाजी के बाद देर रात प्रशासन और दोनों समुदाय के लोग शांति के लिए प्रयास करते रहे।
जिला कलेक्ट्रेट में रात 11:30 बजे दोनों समुदाय के लोगों की बैठक बुलाई गई। इसमें IG प्रसन्न कुमार खमेसरा, MP डॉ. मनोज राजोरिया, करौली MLA लाखन सिंह, कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत, जयपुर साउथ DSP मृदुल कच्छावा, SP शैलेंद्र सिंह इंदौलिया और विभिन्न समाजों के प्रमुख लोगों ने भाग लिया। पुलिस ड्रोन कैमरे की मदद से इलाके की प्रत्येक गतिविधि पर नजर रख रही है। वहीं, सरकार ने मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया है।
सिर्फ मेडिकल स्टोर खुलेंगे, श्रद्धालुओं पर रोक नहीं
उपद्रव के बाद शहर में चार अप्रैल तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। वहीं, जिले में इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है। रविवार को सिर्फ मेडिकल स्टोर खोलने की ही छूट दी गई है। हालांकि सवेरे करीब 8.30 बजे तक कोई भी मेडिकल स्टोर नहीं खुला था।
दूध की डेयरी और अन्य आवश्यक वस्तुओं की दुकानें भी बंद ही नजर आई। हालांकि, प्रशासन का कहना है कि कर्फ्यू में दोपहर 3 से 5 तक दूध और सब्जी की सप्लाई होगी। इमरजेंसी में शहर से बाहर जाने वाले लोगों को कोतवाली थानाधिकारी से अनुमति लेनी होगी। कैलादेवी आने वाले श्रद्धालुओं पर कोई रोक नहीं रहेगी। उनकी सुरक्षा में जाप्ता तैनात रहेगा।