करौली : करौली जिले में एक गर्भवती महिला ने एक साथ पांच बच्चों को जन्म दिया है। खास बात यह है कि महिला और दो बच्चे स्वस्थ हैं, जबकि तीन बच्चों की प्रीमेच्योर डिलेवरी होने की वजह से उपचार के दौरान मौत हो गई। दो बच्चों को जयपुर रेफर कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार करौली जिला मुख्यालय स्थित भारत हॉस्पिटल में एक गर्भवती महिला ने एक साथ 5 बच्चों को जन्म दिया है। भारत हॉस्पिटल के संचालक डॉ. भरतलाल मीणा और महिला चिकित्सक आशा मीना ने बताया कि रेशमा पत्नी अशरफ अली नाम की महिला ने एक साथ तीन बेटी और दो बेटों को सामान्य प्रसव के जरिए जन्म दिया है। बच्चों के जन्म के बाद परिवार में जश्न का माहौल है। खास बात यह है कि महिला पूर्णत: स्वस्थ है। यह भी खास है कि महिला ने 7 साल के बाद बच्चों को जन्म दिया है। वहीं प्रसव अवधि से पूर्व सात माह की समयावधि में एक साथ पांच बच्चों को जन्म देने की घटना को परिवार के लोग खुदा की रहमत बता रहे हैं। महिला के एक साथ 5 बच्चों को जन्म देने के मामले की जानकारी पर जिले के लोग आश्चर्य जता रहे हैं. वहीं डॉक्टर भी हैरान हैं।
दो बच्चे स्वस्थ, तीन की हुई मौत
चिकित्सकों के अनुसार 7 माह में ही बच्चों ने जन्म ले लिया। इस वजह से नवजात प्रीमेच्योर हुए जिनका बेहतर उपचार जरूरी है। इस वजह से निजी अस्पताल भारत हॉस्पिटल से बच्चों को करौली के मातृ एवं शिशु इकाई अस्पताल के गहन चिकित्सा इकाई में रेफर कर दिया गया। अस्पताल के कंपाउंडर मनोज चतुर्वेदी ने बताया कि उपचार के दौरान तीन बच्चों की मौत हो गई, वहीं दो बच्चों को बेहतर उपचार के लिए एंबुलेंस के जरिए जयपुर रेफर कर दिया गया है। फिलहाल दोनों बच्चों की हालत ठीक बताई जा रही है।
इस तरह का लाखों में सिर्फ एक केस
डॉ. महेंद्र मीणा ने बताया कि केस स्टडी के अनुसार ट्विंस (2 बच्चे) 100 मामलों में 1.25 प्रतिशत होते हैं। इसी तरह ट्रिपलेट (3 बच्चे) 100 केस में 0.013 प्रतिशत, क्वाड्रूपल (4 बच्चे) 100 में 0.0078 प्रतिशत और क्विंटुपलेट्स (5 या ज्यादा बच्चे) 100 केस में सिर्फ 0.00092 प्रतिशत होते हैं। उन्होंने बताया कि बच्चा नहीं होने पर इलाज लेने वाली महिला में एक साथ 3, 4 या 5 बच्चे जन्म देने की संभावना अधिक रहती है।