जयपुर। दुर्गापुरा स्थित गायत्री चेतना केंद्र में गुरूवार को विश्व शांति और सबके कल्याण की कामना के साथ पंच कुंडीय गायत्री महायज्ञ किया गया। व्यासपीठ से गायत्री कचोलिया, गायत्री तोमर और दिनेश आचार्य ने षट्कर्म के बाद देवी-देवताओं का आह्वान कर षोडशोपचार पूजन कराया। अग्नि प्रज्जवलन कर विश्व कल्याण की कामना के साथ यज्ञ देवता को आहुतियां अर्पित की गई।
गायत्री कचोलिया ने संस्कार परम्परा को पुन:जीवित करने का आह्वान करते हुए कहा कि हमें अपना और अपनों का जन्मदिन दीपक जलाकर मनाना चाहिए न कि मोमबत्ती बुझाकर। बच्चा चाहे वह लड़का हो या लड़की, कुल का दीपक होता है उसके आगमन से कुल में प्रकाश होता है अंधेरा नहीं। जन्मदिन पर पंच तत्वों का पूजन कर उनके संतुलन का प्रयास भी करना चाहिए। प्रारंभ में उन्होंने गुरुवंदना, गायत्री वंदना सहित अन्य प्रज्ञागीतों की भावभरी प्रस्तुतियां देकर माहौल को पूरी तरह सरस बना दिया।
मुख्य यजमान विवेक शर्मा ने सभी श्रद्धालुओं का प्रतिनिधित्व करते हुए वेदमाता और गुरू सत्ता का पूजन किया। दो वर्षीय बालक अर्जुन का जन्मदिन संस्कार भी यज्ञ के साथ भारतीय संस्कृति के अनुरूप मनाया गया। गायत्री तोमर ने इस मौके पर शांतिकुंज प्रतिनिधि जी डी गुप्ता, ओमप्रकाश अग्रवाल, सतीश भाटी, सोहनलाल शर्मा, डॉ. प्रशांत भारद्वाज सहित अनेक वरिष्ठ गायत्री परिजन उपस्थित थे। कार्यक्रम संयोजक सुशील शर्मा ने आगतुकों को साहित्य सैट प्रसाद रूप में भेंट किया।