जयपुर। कोरोना महामारी की पीड़ा छंटने के साथ ही शहर के चर्चित कला महोत्सव ‘जयपुर कला महोत्सव’ के आयोजकों और कलाकारों ने इसके आयोजन की कमान संभाल ली है। समारोह संयोजक राकेश गुप्ता ने बताया कि जयपुर कला महोत्सव जयपुर के सबसे बड़े कलात्मक आयोजनों में से एक है, इसकी शुरूआत 2017 में की गई थी। कोरोना लॉक डाउन से जनवरी, 2020 तक इसे चार सफल आयोजन किए गए थे। कोरोना की वजह से इसका 2021 का पांचवां संस्करण अभी तक नहीं हो पाया था। कोरोना का संकट छंटने के साथ ही इसका 18 से 21 नवंबर तक जवाहर कला केंद्र के शिल्पग्राम में आयोजन करने की सभी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
कोरोना के सभी नियमों का किया जाएगा पालन
आयोजन के दौरान कोरोना के सभी नियमों का पालन किया जाएगा, मास्क के बिना परिसर में किसी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा साथ ही प्रवेश द्वार पर हर व्यक्ति को सनेटाइज़ करने की भी पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी।
इन विधाओं के कलाकार करेंगे प्रदर्शन
राकेश गुप्ता ने बताया कि मेले में देश के कई प्रांतों के कलाकार पेंटिंग, स्कल्पचर, पोटरी,टेक्सटाईल, फोटोग्राफी, पेपेरमैशी, ज्यूलरी, मैटल क्राफ्ट, आर्कीटेक्चर, वुड क्राफ्ट और इंस्टालेशन कलाओं में अपने हुनर का प्रदर्शन करेंगे।
भाग लेंगे देश के कई नामी कलाकार
प्रतिभा एज्यूकेशनल डेवलपमेंट रिसर्च सोसाईटी, जयपुर का यह आयेाजन देश के कई नामी और हुनरमंद कलाकारों की कलाओं से आबाद रहेगा। ये कलाकार ऐसे होंगे जिन्होंने अपनी कला यात्रा में हमेशा लीक से हटकर सृजन किया है। इनमें पद्मश्री प्रो. बिमान बिहारी दास, प्रो. नीरेन सेनगुप्ता, प्रो. आनंदमय बनर्जी, डॉ. शाहिद परवेज़, अब्बास बाटलीवाल और दत्तात्रेय आप्टे के नाम प्रमुख हैं।
ये कलाकार भी बढ़ाएंगे कला महोत्सव की रौनक
राकेश गुप्ता ने बताया कि इस पांच दिवसीय महोत्सव में महाराष्ट्र से ज्ञानेश्वर ढवले, हर्षदा काडू, हितेन्द्र गावड़े, विनय कांत मेहता, उर्मिला दुर्गुडे, बंगाल से विश्वपति माईति, तिलक मंडल, सुब्रतो कर, कंचन मिस्त्री? कौशिक मजूमदार, मोनालिसा सरकार, दिल्ली से तीर्थंकर बिस्वास, सुमित्रा एहलावत, वनीता मिधा, सुजल मित्रा, उत्तर प्रदेश से डॉ. रेणु यादव, डॉ. प्रगति सिंह, डॉ. लता वर्मा, झारखंड से सुष्मिता मंडल, आंध्रप्रदेश से लावणी चटर्जी, राजस्थान से प्रो. सुमित सेन, प्रो. शुभांकर बिस्वास, प्रो. श्वेत गोयल, किरण पवार, विनीता शर्मा जैसे कलाकार मौजूद रहकर अपनी कलाकृतियों के साथ ही साथ अपनी कला का जीवंत प्रदर्शन भी करेंगे।
आर्ट कम्पीटिशन भी करवाए जाएंगे
महोत्सव के दौरान आर्ट कम्पीटिशन भी होंगे। प्रथम दिन दिव्यांग बच्चों का आर्ट काम्पटीशन होगा। दूसरे दिन स्कूली बच्चे आर्ट कम्पटीशन में भाग लेंगे, तीसरे दिन आर्टिस्ट एवं आर्ट स्टूडेंट्स के लिए कम्पीटिशन रखा गया है। इसमें किसी भी आयु के कलाकार भाग ले सकते हैं इसके लिए कोई एंट्री फीस नहीं ली जाएगी।