नई दिल्ली: देश में कोरोना संक्रमण के कम होते केस को देखते हुए यात्री विमानों को पूरी क्षमता के साथ उड़ान भरने की मंजूरी दे दी है। 18 अक्टूबर से घरेलू व्यावसायिक उड़ानों में यात्रियों की क्षमता को लेकर लागू पाबंदियां हटा ली जाएंगी। केंद्र सरकार की गाइडलाइन के बाद अब डोमेस्टिक फ्लाइट्स 100% कैपेसिटी के साथ अब उड़ान भर सकेगी।
सिविल एविएशन मिनिस्ट्री ने मंगलवार को बताया कि देश में अब डोमेस्टिक फ्लाइट बिना प्रतिबंधों के उड़ानें संचालित कर सकेंगे। यात्रियों की मांग पर ऐसा किया गया है। नया आदेश सोमवार 18 अक्टूबर से प्रभावी होगा। हालांकि सरकार ने सभी विमान कंपनियों को कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है।
कोविड नियमों का करना होगा पालन
पूर्ण यात्री क्षमता से उड़ानों के संचालन की इजाजत देने के साथ ही मंत्रालय ने एयर लाइंस व एयरपोर्ट आपेरटरों से यह भी कहा है कि वे कोविड-19 को फैलने से रोकने के उपाय सुनिश्चित करें और यात्रा के दौरान कोविड अनुकूल व्यवहार का कठोरता से पालन कराएं।
अगस्त में हवाई यात्री 31 फीसदी बढ़े, 66 लाख ने किया सफर
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी इक्रा के अनुसार देश में हवाई यातायात तेजी से बढ़ रहा है। अगस्त में इसमें जुलाई के मुकाबले 31 फीसदी बढ़ोतरी हुई और यह 66 लाख यात्री प्रति माह हो गया। इससे महामारी के बाद से हवाई यात्रा में आ रही कमी की प्रवृत्ति में तेजी से बदलाव का संकेत मिला। जुलाई में घरेलू यात्रियों की संख्या 51 लाख रही थी।
पिछले माह किराए को लेकर दी थी यह बड़ी राहत
केंद्र सरकार ने पिछले माह यानी सितंबर में एयरलाइंस कंपनियों को बड़ी राहत देते हुए महीने में 15 दिनों का किराया अपने अनुसार तक करने की छूट दे दी थी। बचे 15 दिनों का किराया उन्हें सरकार द्वारा तय किए गए प्राइस बैंड के अनुसार ही लेना होगा।
महामारी के कारण एयरलाइंस को हुआ भारी नुकसान
कोरोना महामारी की वजह से विमानन उद्योग पर काफी असर पड़ा है। लॉकडाउन के चलते कंपनियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। पिछले साल विमान सेवाओं का संचालन रोक दिया गया था। कई महीने तक सेवा बंद रहने के बाद घरेलू उड़ान सेवाएं शुरू तो हुईं, लेकिन यात्री संख्या को 50 फीसदी कर दिया गया था।