नेट-थियेट पर पारंपरिक लोक भजन

नेट-थियेट पर पारंपरिक लोक भजन

जयपुर। नेट-थियेट कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज पारंपरिक लोक भजन कार्यक्रम में भजन गायक शिव सिंह तवर ने अपनी मधुर वाणी से भजन की सरिता ऐसी प्रवाहित कि की लोग भक्ति में डूब गए। नेट-थियेट के राजेन्द्र शर्मा राजू ने बताया कि कलाकार शिव सिंह ने अपने कार्यक्रम की शुरूआत भक्ति में ध्यान लगा ले, तेरा जीवन सही सुधर जाएगा सुनाकर पारंपरिक लोक भजनों की शुरुआत की।

इसके बाद भजन आंख खुली तो हमने देखा, खेत में रेत ही रेत, चिड़िया चुग गई सारा खेत और सोच ले रे प्राणी, फिर यह जन्म ना मिले, माया संग ना चले रे तथा नाना रे भांति नचायो, भक्तों ने मोहे नाना भाती नचायो जैसे भजन बड़े ही मनोभाव से गाकर कार्यक्रम को ऊंचाई दी। फिर अंबे कृष्ण मिला दे अंबे कृष्ण मिला दे और अंत में जीवन मौत का खेल है बंदे, काहे का रोना धोना रे भजनों को बडे ही सुरीले अंदाज में प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध किया। इनके साथ तबले पर राजेंद्र डांगी ने असरदार संगतकर भजनों की इस सुरीली शाम को भक्तिमय बना दिया। संयोजक नवल डांगी तथा प्रकाश एवं कैमरा मनोज स्वामी एवं संगीत सागर गढवाल ने किया। मंच सज्जा अंकित शर्मा नोनू एवं जीवितेश शर्मा की रही।

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